काला नमक और सेंधा नमक के बीच में क्या अंतर है?

दोस्तो आज हम जानेंगे की काला नमक क्या है? और सेंधा नमक क्या है? उसके बारे में बात करेंगे उसके अलावा काफी सारे लोग सेंधा नमक और काला नमक में अंतर नही जान पाते तो काला नमक और सेंधा नमक के बीच में क्या अंतर है उसके बारे में भी विस्तार से जानेंगे।

नमक हमारे जीवन में बहुत जायदा जरूरी है बिना नमक के हम कोई चीज नहीं खाते और ज्यादा नमक भी हमने नही चलता इसी तरह सेंधा नमक भी कई जगह उपयोग किया जाता है और हमें कई जगह वो पसंद भी आता है।दोस्तो जो सेंधा नमक होता है वो पत्थर जैसा खनिज पाया जाता है उससे निकलता है और इस Rock Salt भी कहा जाता है और काला नमक हरड़ के बीजों को डालकर उसे उबला जाता है जिसे वो काला हो जाता है।दोस्तो अब हम विस्तार से जानते है काला नमक क्या है और सेंधा नमक क्या है?

काला नमक क्या है? | What is black salt?

काला नमक और सेंधा नमक के बीच में क्या अंतर है? | kaala namak aur sendha namak mein kya phark hai

दोस्तो काला नमक आपने जरूर देखा होगा और खाया भी जरूर होगा।दोस्तो ज्यादातर काला नमक का उपयोग चाट मसाला और चटनी जैसे चीज़ों में स्वाद को एक अलग लेवल पर के जानेके लिए होता है।चाट मसाला उसमे ज्यादातर यही काला नमक होता है।दोस्तो काले नमक में सोडियम क्लोराइड मुख्य रूप में होता है और इसके अलावा सोडियम सल्फेट, आइरन सल्फाइड, हाइड्रोजन सल्फाइड जैसे और कई चीज मिश्रित होती है। सोडियम क्लोराइड इससे नमकीन स्वाद देने का काम करता है और आयरन सल्फाइड इससे कलर देने का काम करता है और उसके अलावा और सारे सल्फर इसके स्वाद और गंध के लिए जिम्मेदार है।

दोस्तो प्राकृतिक काला नमक चट्टानों में से पाया जाता है और यह चट्टाने भारत और पाकिस्तान दोनों देशों में पाई जाती है।भारत काला नमक का सबसे ज्यादा ग्रहण करता है।

दोस्तो काला नमक बनाने के लिए नमकीन पानी में हरड़ के बीज डालके उससे उबाला जाता है और उबलने के बाद उसका सारा पानी भाप बनकर उड़ जाता है और बाकी रहता है सिर्फ नमक और यह नमक काला होने के कारण इसे काला नमक कहा जाता है।दोस्तो जो बाकी बचे काला नमक के पीसा जाता है तो यह हल्का गुलाबी रंग भी पकड़ता है।

काला नमक का उपयोग कई तरह से होता है चाट मसाले में चटकारा लाने और पाचन क्रिया में भी काला नमक मदद करता है। गैस की तकलीफ के लिए भी काला नमक गुणकारी माना जाता है।

सेंधा नमक क्या है? | What is rock salt?

काला नमक और सेंधा नमक के बीच में क्या अंतर है? | kala namak vs sendha namak in hindi

सेंधा नमक यानी सोडियम क्लोराइड मतलब साधारण नमक।दोस्तो सेंधा नमक साधारण नमक ही है जो क्रिस्टल पत्थर के रूप में पाया जाता है।ये पत्थर रंगहीन या व्हाइट होता है। दोस्तो कई बार इसका रंग अन्य पदार्थों की वजह से हल्का नीला,गाढ़ा नीला, जामुनी या गुलाबी रंग भी हो सकता है।दोस्तो जो हमने अभी काला नमक की बात की वो भी एक प्रकार का सेंधा नमक ही है जो पाचन और हाजमे के लिए उपयोग किया जाता है।

सेंधा नमक नाम इसलिए मिला क्युकी यह नमक सिंधु या सिंध के इलाके से आया करते थे इसके लिए इसे सेंधा नमक कहते है।आयुर्वेद में सेंधा नमक को स्वास्थ का रक्षक भी माना जाता है।कई ऐसे शरीर के व्याधियों को निवारण में यह नमक फायदेकारक है।

सेंधा नमक को हिमालयन नमक भी कहा जाता है क्युकी यह हिमालय में पाया जाता है।भारत के प्राचीन समय से सेंधा नमक का उपयोग होते चला आया है।सेंधा नमक बॉडी फैट सेल को काम करनेकी क्षमता रखता है जिससे वजन कंट्रोल में रह सकता है।

दोस्तो हम घरों में आयोडिन युक्त नमक खाते है जिसमे नमक कई प्रोसेस से गुजरता है और उसके कारण उसमे कई केमिकल भी होते है जो स्वस्थ को लंबे समय के बाद नुकसान कर सकते है तो आप रोजिंदा सेंधा नमक का उपयोग कर सकते है जिसमे कोई केमिकल नही होता है शुद्ध नमक होता है।

दोस्तो सेंधा नमक सादा नमक से महंगा होता है और यह आसानी से भोजन में घुल नही पाता क्युकी यह मोटा होता है।सेंधा नमक तनाव को कम करने और उससे दूर करने मे भी कारगर साबित हुआ है। सेंधा नमक सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन्स जो शरीर में होते है उससे भी बैलेंस बनाए रखता है।

काला नमक और सेंधा नमक के बीच में क्या अंतर है?

kala namak aur sendha namak me kya antar hai | काला नमक और सेंधा नमक के बीच में क्या अंतर है?

दोस्तो हमने काला नमक क्या है और सेंधा नमक क्या है उसके बारे में बारीकी से समझा लेकिन ये दोनो के बीच में क्या अंतर है यह हम जान लेते है।

1. सेंधा नमक व्रत में खाया जा सकता है लेकिन काला नमक व्रत में नही खाया जा सकता।
2. काला नमक को काला रंग हरड़े के बीज के कारण मिलता है और सेंधा नमक का रंग प्राकृतिक होता है।
3. सेंधा नमक दरिया में नही पाया जाता है बल्कि यह नमक पहाड़ों के ऊपर पत्थरों के स्वरूप में पाया जाता है इसलिए इसे Rock Salt भी कहते है।
4. काला नमक का रंग हरडे के बीज के कारण काला है और सेंधा नमक का रंग अन्य पदार्थों की वजह से हल्का नीला,गाढ़ा नीला, जामुनी या गुलाबी भी हो सकता है।
5. काला नमक सादा नमक ही होता है लेकिन हरडे के बीज के कारण यह काला नमक बनता है।

दोस्तो यही कुछ काला नमक और सेंधा नमक के बीच में क्या अंतर है और आप रोजिंदा सेंधा नमक का उपयोग कर सकते है जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।

निष्कर्ष

आशा है या आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया हुआ इस आर्टिकल में हमने बताया (difference between kala namak and sendha namak in hindi ) के बारे मे संपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगे तो आप अपने दोस्तों के साथ भी Share कर सकते हैं अगर आपको कोई भी Question हो तो आप हमें Comment कर सकते हैं हम आपका जवाब देने की कोशिश करेंगे।

FAQ

सबसे अच्छा नमक कौन सा होता है?

सेहत के लिए सबसे अच्छा नमक सेंधा नमक पूरी तरह से प्राकृतिक नमक है जो जमीन के नीचे चट्टान की तरह होता है। सेंधा नमक एक प्राकृतिक चीज है और इसमें ज्यादा छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। यह सेहत के लिए काफी बेहतर है।

काला नमक कैसे प्राप्त किया जाता है?

काला नमक बनाने के लिए हरड़ को नमकीन पानी में उबाला जाता है, उबालने के बाद पानी भाप बनकर उड़ जाता है और बाकी क्रिस्टलीय नमक रहता है, जिसका रंग काला होता है, इसलिए इसका नाम काला नमक पड़ा। जब यह जमीन पर होता है, तो इसका पाउडर गुलाबी हो जाता है।

काला नमक खाने से क्या नुकसान है?

काला नमक के नुकसान – Side Effects of Black Salt in Hindi
उच्च रक्तचाप
ह्रदय रोग
किडनी से जुड़ी समस्याएं
पथरी
स्ट्रोक
पेट का कैंसर
मतली और उल्टी

सेंधा नमक कैसे तैयार किया जाता है?

सेंधा नमक तब बनता है जब समुद्र या झील का खारा पानी सोडियम क्लोराइड के रंगीन क्रिस्टल छोड़ता है।

सेंधा नमक कितना खाना चाहिए?

WHO के अनुसार एक व्यक्ति को एक दिन में केवल 5 ग्राम नमक का ही सेवन करना चाहिए। जबकि संगठन का कहना है कि एक व्यक्ति रोजाना दोगुनी मात्रा में नमक का सेवन करता है। यानी ज्यादातर लोग एक दिन में 9 से 12 ग्राम नमक खा रहे हैं। साथ ही जो लोग अधिक प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं उन्हें नमक का सेवन कम करना चाहिए।

काला नमक धान की खेती कैसे करें?

काला नमक का रकबा पिछले साल 800 हेक्टेयर से बढ़कर 8000 हेक्टेयर हो गया है। अधिकारियों के मुताबिक इस साल यह रकबा 12 से 14 हजार हेक्टेयर तक पहुंचने की संभावना है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. आरसी चौधरी ने बताया कि नर्सरी 15 जून के आसपास लगाई जानी चाहिए और 20-25 दिनों के बाद लगाई जानी चाहिए.

HomepageClick Hear
GeneralClick Hear
TechnologyClick Hear
Share MarketClick Hear
BiographyClick Hear