दोस्तों वर्तमान समय में जब भी हमारे कपड़े खराब होते हैं तो उन्हें धोने के लिए हम डिटर्जेंट या फिर अन्य किसी साबुन का इस्तेमाल करते हैं। साबुन को दूसरे शब्दों में अपमार्जक के नाम से जाना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारी पृथ्वी का अपमार्जक क्या है? (prithvi ka apmarjak kise kahate hain) यदि आप नहीं जानते और जानना चाहते हैं तो आज के लेख में हम आपको बताएंगे कि अपमार्जक क्या है, अपमार्जक के क्या उपयोग होते हैं, पृथ्वी के अपमार्जक क्या है और पृथ्वी का अपमार्जक कौन कैसे हैं।
अपमार्जक क्या है?
अपमार्जक एक पदार्थ होता है जिसका उपयोग गंदगी साफ करने के लिए किया जाता है। इसे साधारण भाषा में एक साबुन या डिटर्जेंट के तौर पर समझा जा सकता है, जो कि गंदगी को साफ करती है। लेकिन अपमार्जक का उपयोग एक संज्ञा के तौर पर भी किया जाता है। जी हां यदि कोई वस्तु या व्यक्ति किसी भी अन्य प्रकार की गंदगी को साफ करने में अपना योगदान देता है, तो उसे अपमार्जक कहा जाता है।
उदाहरण के लिए यदि बताया जाए तो यदि आज के समय कोई व्यक्ति 10 दिन से ज्यादा समय के लिए ना नहाए तो उस व्यक्ति के शरीर पर कीटाणु जम जाते हैं, और उस कीटाणु को दूर करने के लिए केवल पानी की ही नहीं बल्कि साबुन की आवश्यकता भी होती है। उसे साबुन को अपमार्जक के तौर पर समझा जा सकता है। अब आप समझ गए होंगे कि अपमार्जक क्या होता है।
अपमार्जक के क्या उपयोग हैं?
अपामार्ग के उपयोग कई सारे होते हैं लेकिन मूल रूप से एक अपमार्जक के उपयोग के अंतर्गत साफ सफाई करना होता है। यानी कि एक अपमार्जक साफ सफाई में अपना योगदान देता है।
अपमार्जक कोई एक विशेष पदार्थ भी हो सकता है या फिर कई अन्य पदार्थों का एक मिश्रण हो सकता है जो कि एक विशेष रूप से भूमिका निभाते हुए किसी गंदगी को साफ करता है। ना केवल किसी गंदगी को साफ करने में, बल्कि कई बार अपमार्जक का उपयोग रासायनिक प्रक्रियाओं को संपूर्ण रूप से सफल बनाने में भी किया जाता है, यह सभी कुछ अपमार्जक के उपयोग है।
पृथ्वी का अपमार्जक क्या है? – Prithvi ka apmarjak kya hai?
पृथ्वी का अपमार्जक शब्द सुनने में ही अटपटा सा लगता है, लेकिन जिस प्रकार हमारे शरीर को साफ सफाई से चुस्त रखने के लिए अपमार्जक के रूप में साबुन की आवश्यकता होती है उसी प्रकार पृथ्वी को भी गंदगी से पृथ्वी पर पड़े मरीज जंतुओं गली हुई वस्तुओं खाद्य पदार्थों से बचाने के लिए अपमार्जक की आवश्यकता होती है। यह अपमार्जक पृथ्वी के अंदर ही निवास करते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं कवक और जीवाणु की।
कवक और जीवाणु मूल रूप से पृथ्वी के अपमार्जक के रूप में समझे जाते हैं, क्योंकि पृथ्वी पर पड़े हुए मृत शरीर, गलने वाली वस्तुएं या फिर फैली हुई गंदगी का सर्वनाश केवल और केवल कवक और जीवाणुओं के द्वारा ही किया जाता है।
यह जीवाणु पृथ्वी पर पड़े मृत जंतुओं को या फिर गंदगी को खाकर साफ कर देते हैं, ताकि पेड़ पौधों को उगाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मिल जाए। अब आप समझ चुके होंगे कि पृथ्वी क्या कुमार जी की भूमिका कौन निभाता है।
सामान्य भाषा में जिस चीज को फफूंदी के नाम से जाना जाता है उसे ही पृथ्वी के अपमान जी के तौर पर समझा जाता है, और जीवाणु को अंग्रेजी में बैक्टीरिया शब्द कहा जाता है। बैक्टीरिया कई प्रकार के होते हैं इनमें से कुछ बैक्टीरिया मानव शरीर के लिए फायदेमंद भी होते हैं।
Also read:
- Article 307 हत्या का प्रयास में सजा और जमानत व बचाव के उपाय
- धारा 308 क्या है और जमानत कितने दिन में होती है?
- धारा 307 और 308 में क्या अंतर है?
निष्कर्ष
आशा है या आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया हुआ इस आर्टिकल में हमने बताया पृथ्वी का अपमार्जक किसे कहते हैं | prithvi ka apmarjak kise kaha jata hai के बारे मे संपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगे तो आप अपने दोस्तों के साथ भी Share कर सकते हैं अगर आपको कोई भी Question हो तो आप हमें Comment कर सकते हैं हम आपका जवाब देने की कोशिश करेंगे।
Homepage | Click Hear |
General | Click Hear |
Technology | Click Hear |
Share Market | Click Hear |
Biography | Click Hear |