Swing Trading क्या होती हैं | स्विंग ट्रेडिंग की रणनीतियां

Swing Trading क्या होती हैं – शेयर बाजार में लोग विभिन्न प्रकार की ट्रेडिंग करते हैं जिनमें से एक स्विंग ट्रेडिंग भी है। लोगों को यह इंट्राडे ट्रेडिंग की तरह लगता है, परंतु यह ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग से भिन्न है। अनुभवी ट्रेडर्स तो सभी ट्रेडिंग्स के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं, परंतु कुछ शुरुआती ट्रेडर्स को पूरी तरह से यह जानकारी नहीं है की Swing Trading क्या होती है या स्विंग ट्रेडिंग की रणनीतियां क्या होनी चाहिए?

कई निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है कि वह स्विंग ट्रेडिंग के बारे में सब कुछ जाने। इसलिए आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम विस्तार से समझेंगे कि Swing Trading क्या होती है? साथ ही हम स्विंग ट्रेडिंग की रणनीतियां भी समझेंगे जिसे आप ट्रेडिंग करते समय इस्तेमाल कर सकते हैं। आईए बिना देरी के लेख को शुरू करें।

Swing Trading क्या होती है?

स्विंग ट्रेडिंग भी स्टॉक ट्रेडिंग का एक हिस्सा है लेकिन यह ट्रेडिंग लॉन्ग टर्म प्रॉफिट कमाने से अलग है। यहां पर स्विंग ट्रेड केवल 5 से 10 दोनों या कभी-कभी कुछ हफ्तों में छोटा मुनाफा कमाने की कोशिश करते हैं।

Swing Trading क्या होती हैं

स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग है, जहां ट्रेड एक से अधिक दिनों के लिए लिए गए स्टॉक में अपनी पोजीशन रखते हैं। और कुछ हफ्तों तक अपनी पोजीशन को होल्ड रखते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य Short Term Price Moment से मुनाफा कमाना है। Traders Fundamental Analysis और Technical Analysis का उपयोग करके Market trend पर अपने निर्णय लेते हैं और मुनाफा कमाते हैं।

हालांकि इसमें लंबी अवधि के लिए स्टॉक रखकर 20 से 25 प्रतिशत तक का मुनाफा नहीं कमाया जा सकता है लेकिन स्विंग ट्रेडिंग के माध्यम से केवल हफ्ते या 10 दिनों में 5 से 10% जैसे छोटे लाभ आसानी से कमाई जा सकते हैं। स्विंग ट्रेडिंग करते समय काफी जोखिम भी होता है लेकिन अगर आप एक बार इसकी रणनीतियों को समझ जाए तो आप इससे अच्छा लाभ कमा सकते हैं।

यदि आप लंबे समय तक अपनी पोजीशन बना कर रखते हैं और स्टॉक प्राइस नीचे आ जाते हैं तो आपको 7 से 8% तक का या इससे अधिक नुकसान हो सकता है। लेकिन स्विंग ट्रेडिंग के साथ आपको नुकसान कम होता है और थोड़े समय में केवल 3% से 4% तक का नुकसान होता है।

सिंह ट्रेडिंग के बारे में एक अच्छी बात या है कि आप जल्दी से स्टॉक खरीद और बेच सकते हैं। इसलिए आपके पास मुनाफा कमाने का भी ज्यादा समय होता है।

स्विंग ट्रेडिंग कैसे काम करता है?

Swing Trading क्या होती हैं

स्विंग ट्रेडिंग एक अल्पकालिक ट्रेडिंग रणनीति है जहां आप कुछ दिनों या हफ्तों के अंदर स्टॉक खरीदने और भेजते हैं। अगर हम बात करें कि स्विंग ट्रेडिंग कैसे काम करती है तो यह दो तरह से काम करती है।

  1. एक तरीका है, प्रवाह के साथ चलना जैसे यदि स्टॉक ऊपर जा रहे हैं तो आप उसे खरीद रहे हैं और यदि वे नीचे जा रहे हैं तो आप बेच रहे हैं।
  1. दूसरा तरीका इसके विपरीत करना है जैसे जब स्टॉक नीचे जा रहे हो तो आप स्टॉक खरीद रहे हैं और जब वह ऊपर जा रहे हैं हो तो आप स्टॉक बेच रहे हो।

भारत में स्विंग ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छे स्टॉक वह है जो बहुत अधिक चलते हैं या जिम बहुत अधिक ट्रेडिंग होती है। स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए आप नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं। जिससे आप बेहतर समझ पाएंगे कि यह किस तरह से कार्य करती है।

स्टॉक ढूंढें

पहला कदम उस स्टॉक को ढूंढना है जिसका आप व्यापार करना चाहते हैं। आप स्टॉक के बुनियादी सिद्धांतों, जैसे उसके वित्तीय प्रदर्शन और उद्योग के रुझान को देखकर ऐसा कर सकते हैं।

चार्ट का विश्लेषण करें

एक बार जब आपको कुछ स्टॉक मिल जाएं, तो आपको यह देखने के लिए उनके चार्ट का विश्लेषण करना होगा कि उन्होंने पहले में कैसा प्रदर्शन किया है। इससे आपको support and resistance levels की पहचान करने में मदद मिलेगी, जो प्रमुख स्तर हैं, जिनसे स्टॉक में उछाल आने की संभावना है।

अपनी Entry तय करें

अगला कदम यह तय करना है कि व्यापार में कब प्रवेश करना है। आप खरीदने से पहले स्टॉक के समर्थन स्तर तक पहुंचने की प्रतीक्षा करके, या बेचने से पहले स्टॉक के resistance level तक पहुंचने की प्रतीक्षा करके ऐसा कर सकते हैं।

अपना स्टॉप-लॉस सेट करें

जब आप स्विंग ट्रेड में Entry करते हैं तो स्टॉप-लॉस ऑर्डर सेट करना महत्वपूर्ण है। यदि स्टॉक आपके विरुद्ध जाता है तो इससे आपका नुकसान सीमित हो जाएगा।

मुनाफा लें

एक बार जब स्टॉक आपके लक्ष्य लाभ तक पहुंच जाए, तो आपको इसे बेच देना चाहिए। इससे आपको अपना मुनाफ़ा लॉक करने में मदद मिलेगी.

स्विंग ट्रेडिंग एक अपेक्षाकृत सरल ट्रेडिंग रणनीति है, लेकिन ट्रेडिंग शुरू करने से पहले अपना शोध करना और इसमें शामिल जोखिमों को समझना महत्वपूर्ण है।

स्विंग ट्रेडिंग की रणनीतियां क्या है?

स्विंग ट्रेडिंग एक ट्रेडिंग शैली है, जिसमें ट्रेडर Market Trend का लाभ उठाने का प्रयास करते हैं। स्विंग ट्रेडर आमतौर पर कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों या महीनों तक की अवधि के लिए अपने ट्रेड को खोलते हैं।

Swing Trading strategies उन Technical और Fundamental indicators पर आधारित हो सकती हैं, जो Market trends को indicate करते हैं। कुछ Best Swing tradings strategies में शामिल हैं:

मूविंग एवरेज रणनीति

इस रणनीति में, ट्रेडर दो या दो से अधिक मूविंग एवरेज (MA) का उपयोग करते हैं ताकि बाजार की प्रवृत्ति निर्धारित की जा सके।

उदाहरण के लिए, एक ट्रेडर 50-दिन और 200-दिन के MA का उपयोग करके यह देखने की कोशिश कर सकता है कि कीमत एक अपट्रेंड में है या एक मंदी में है।

फिबोनाची रिट्रेसमेंट रणनीति

यह रणनीति फिबोनाची अनुपातों का उपयोग करके संभावित सपोर्ट और रेसिस्टेंस स्तरों की पहचान करती है। स्विंग ट्रेडर इन स्तरों का उपयोग अपने ट्रेडों में Entry और Exit बिंदुओं को निर्धारित करने के लिए कर सकते हैं।

चैनल ट्रेडिंग रणनीति

इस रणनीति में, ट्रेडर एक चैनल का उपयोग करते हैं ताकि बाजार की प्रवृत्ति और संभावित सपोर्ट और रेसिस्टेंस स्तरों को निर्धारित किया जा सके।

फॉलो-द-ट्रेंड रणनीति

इस रणनीति में, ट्रेडर बाजार की प्रवृत्ति का अनुसरण करने का प्रयास करते हैं। स्विंग ट्रेडर एक अपट्रेंड में खरीदने और एक मंदी में बेचने का निर्णय लेते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग एक जोखिम भरा गतिविधि हो सकती है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी क्षमताओं और जोखिम सहनशीलता के स्तर के लिए एक उपयुक्त रणनीति चुनें।

आपको एक वित्तीय सलाहकार से भी बात करनी चाहिए ताकि आप यह सुनिश्चित कर सकें कि आपके पास स्विंग ट्रेडिंग में भाग लेने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल है।

यहां कुछ अतिरिक्त सुझाव दिए गए हैं, जो स्विंग ट्रेडिंग में सफलता के लिए उपयोगी हो सकते हैं:

  • अपनी रिसर्च करें: किसी भी ट्रेड को खोलने से पहले, आपको उस संपत्ति के बारे में पर्याप्त शोध करना चाहिए जिसमें आप निवेश कर रहे हैं। इसमें मूल्यांकन, वित्तीय स्थिति और कंपनी की भविष्य की संभावनाओं को समझना शामिल है।
  • अपने जोखिम को प्रबंधित करें: स्विंग ट्रेडिंग में, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने जोखिम को manage करें। इसका मतलब है कि आपको केवल वह पैसा लगाना चाहिए जिसे आप खोने के लिए तैयार हैं।
  • अपनी भावनाओं पर काबू रखें: स्विंग ट्रेडिंग में, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी भावनाओं पर काबू रखें। भावनाएं अक्सर गलत निर्णय लेने का कारण बन सकती हैं।
  • लचीला रहें:  बाजार हमेशा अस्थिर होता है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप लचीला रहें और अपने ट्रेडों को adjust करने के लिए तैयार रहें।

स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग में अंतर

Swing Trading और Intraday Trading में कुछ मुख्य अंतर इस प्रकार है।

विशेषतास्विंग ट्रेडिंगडे ट्रेडिंग
समय सीमाकुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों या महीनों तक की अवधि के लिए पदों को धारण करेंएक दिन के भीतर पदों को धारण करें
जोखिमकम जोखिमअधिक जोखिम
लचीलापनकम लचीलाअधिक लचीला
आवश्यक शोधअधिक शोध की आवश्यकताकम शोध की आवश्यकता
तरलताकुछ संपत्तियाँ अन्य की तुलना में कम तरल हो सकती हैंसभी संपत्तियाँ तरल हैं

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या है?

स्विंग ट्रेडिंग एक ट्रेडिंग शैली है जिसमें ट्रेडर बाजार की प्रवृत्ति का लाभ उठाने का प्रयास करते हैं। स्विंग ट्रेडर आमतौर पर कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों या महीनों तक की अवधि के लिए अपने ट्रेड को खोलते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग के कुछ फायदे हैं:

  1. स्विंग ट्रेडर आमतौर पर डे ट्रेडर्स की तुलना में लंबी अवधि के लिए अपने ट्रेड को खोलते हैं। इससे उन्हें बाजार की प्रवृत्ति में अधिक लाभ उठाने का अवसर मिलता है।
  1. स्विंग ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग की तुलना में कम समय की प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है। स्विंग ट्रेडर को हर दिन बाजार की गतिविधियों पर नज़र रखने की आवश्यकता नहीं होती है।
  1. डे ट्रेडिंग की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग में कम जोखिम होता है। स्विंग ट्रेडर लंबी अवधि के लिए अपने ट्रेड को खोलते हैं, इसलिए वे बाजार की अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से कम प्रभावित होते हैं।

हालांकि, स्विंग ट्रेडिंग के कुछ नुकसान भी हैं:

  1. स्विंग ट्रेडिंग कम लचीला होती है। स्विंग ट्रेडर को अपने ट्रेड को जल्दी से adjust करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं, यदि market trends बदल जाती है।
  1. स्विंग ट्रेडिंग में अधिक शोध की आवश्यकता होती है। स्विंग ट्रेडर को अपने ट्रेडों में entry करने से पहले Market trend और Risk को समझने की आवश्यकता होती है।
  1. कुछ संपत्तियां स्विंग ट्रेडिंग के लिए अन्य की तुलना में कम तरल हो सकती हैं। इससे स्विंग ट्रेडर को अपनी Position को Close करने में कठिनाई हो सकती है।

कुल मिलाकर, स्विंग ट्रेडिंग एक लाभदायक रणनीति हो सकती है, लेकिन यह एक चुनौतीपूर्ण भी है। यदि आप स्विंग ट्रेडिंग में भाग लेने पर विचार कर रहे हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने जोखिम को प्रबंधित करने और सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान विकसित करने के लिए समय निकालें।

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FAQ’s

Q. स्विंग ट्रेडिंग कितने दिनों के लिए किया जाता है?

Ans- स्विंग ट्रेडिंग 5 से 10 दिनों के लिए ही किया जाता है। क्योंकि स्विंग ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य शॉर्ट टर्म प्रॉफिट कामना है।

Q. सबसे प्रभावी स्विंग ट्रेडिंग रणनीति क्या है?

Ans- स्विंग ट्रेडिंग की सबसे प्रभावी रणनीति सिंपल मूविंग एवरेज इंडिकेटर रणनीति है। इसके अलावा और भी कई रणनीतियों के बारे में इस लेख में हमने जानकारी दी है।

Q. आपको कैसे पता चलेगा कि शेर की कीमत बढ़ेगी या घटेगा?

Ans- सभी स्विंग ट्रेडर्स फंडामेंटल एनालिसिस और टेक्निकल एनालिसिस की मदद से यह समझ पाते हैं कि शेर की कीमत बढ़ेगी या घटेगा और इसी आधार पर वे ट्रेडिंग करते हैं।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने जाना की Swing Trading क्या होती है और स्विंग ट्रेडिंग की रणनीतियां क्या है? उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको Swing Trading से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी के बारे में पता चल पाया होगा। यदि आप स्विंग ट्रेडिंग से संबंधित कोई अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

यदि आपके मन में इस लेख से संबंधित कोई सवाल है जो आप हमसे पूछना चाहते हैं तो कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट कर के पूछ सकते हैं। जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।

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