आज के समय में लगभग सभी वस्तुएं मशीनों से बनाई जाती हैं। एक समय था जब लोग हाथों से वस्तुओं का निर्माण करते थे और उसी वस्तुओं का प्रयोग करते थे। परंतु अब ऐसा समय आ चुका है जहां सभी निर्माण मशीनों द्वारा किए जाते हैं और इसे ही औद्योगिक क्रांति कहा गया है।
कई लोग ऐसे हैं जिन्हें औद्योगिक क्रांति से संबंधित जानकारियां नहीं है और लोग इसका अर्थ नहीं समझ पाते। इसलिए आज के इस लेख में हम बताएंगे कि औद्योगिक क्रांति से क्या आशय है? यदि आप भी औद्योगिक क्रांति से संबंधित जानकारियां पाना चाहते हैं तो कृपया लेख को पूरा पढ़ें।
औद्योगिक क्रांति से क्या आशय है?
औद्योगिक क्रांति का आशय ऐसी वस्तुओं से है जो हाथों द्वारा नहीं बल्कि मशीनों के द्वारा बनाई जाती हैं। इसे औद्योगिक क्रांति इसलिए कहा जाता है क्योंकि हाथों के द्वारा बनाई गई वस्तुओं के स्थान पर आधुनिक मशीनों से बनाई जा रही वस्तुओं की व्यापकता बढ़ गई है।
औद्योगिक क्रांति का आशय प्राचीन एवं परंपरागत तरीके से होने वाले वस्तुओं के निर्माण को छोड़कर नई तकनीकी एवं मशीनों द्वारा होने वाले वस्तुओं के निर्माण का अधिक प्रयोग किया जाना है। वस्तुओं के उत्पादन में परिवर्तन होना ही औद्योगिक क्रांति कहलाता है।
औद्योगिक क्रांति का इतिहास
औद्योगिक क्रांति यह प्रारंभ का कोई निश्चित समय नहीं है पुलिस टॉप हालांकि लोगों द्वारा बताया जाता है कि 18वीं शताब्दी में इंग्लैंड में कुछ नए अविष्कार किए गए जिससे ही औद्योगिक क्रांति की शुरुआत हुई। औद्योगिक क्रांति एक ऐसी प्रक्रिया है जो आधुनिक समय में भी चल रही है क्योंकि आधुनिक समय में भी कुछ रह गए मशीनों का आविष्कार होता है जो हमारी दैनिक जीवन को आसान बनाती है।
16वीं और 17वीं शताब्दी में यूरोप के कई देशों ने मिलकर अन्य महाद्वीपों को अपने बस में कर लिया था और उसी महाद्वीपों से वहां व्यापार किए जाने लगे। इस सदी में यूरोप में इंग्लैंड ने अपना वर्चस्व फ्रांस के ऊपर जमा लिया था। जहां पर इंग्लैंड और फ्रांस व्यापार करके काफी मुनाफा कमा रहे थे।
सन 1730 से इंग्लैंड में औद्योगिक क्रांति का प्रारंभ हुआ था। औद्योगिक क्रांति का प्रारंभ सर्वप्रथम कपड़े के व्यापार से शुरू हुआ था। इंग्लैंड में 17 वीं शताब्दी में कुछ ऐसे अविष्कार किए गए जिसके माध्यम से एक व्यक्ति कुछ ही समय में अधिक से अधिक कपड़ों का निर्माण कर पाता था।
17 वी शताब्दी में ही इंग्लैंड में भाप के इंजन भी बनाए गए थे जिसके माध्यम से जल और वाष्प शक्ति का उपयोग धीरे-धीरे विकसित हुआ पुलिस का इस भाप के इंजन को इंग्लैंड द्वारा हमेशा प्रयोग में लाया जाने लगा साथ ही इसका उपयोग यातायात के साधनों में भी किया जाने लगा जिससे कि भौगोलिक दूरियां कम होने लगी।
औद्योगिक क्रांति के कारण
इंग्लैंड में हुए औद्योगिक क्रांति के कुछ मुख्य कारण थे:-
• उस समय यूरोप द्वारा कई अन्य व्यापार किए जाने लगे थे जिससे कि कृषि का व्यवसाय लगभग खत्म सा हो गया था, इसलिए कृषि क्रांति भी औद्योगिक क्रांति का एक प्रमुख कारण है।
• देश में जनसंख्या वृद्धि काफी तेजी से हो रही थी जिसके कारण यह उद्योग इस क्रांति की शुरुआत हुई।
• व्यापार प्रतिबंधों की समाप्ति
• इंग्लैंड के पास अधिक मात्रा में कच्चा माल एवं बाजार था। जिसका उपयोग इंग्लैंड व्यापार के लिए करना चाहता था।
• उसी समय कई ऐसे मशीनों का आविष्कार हुआ जिससे कि लोग हाथों के बजाए मशीनों से कार्य करने लगे इसलिए यह भी एक औद्योगिक क्रांति का मुख्य कारण है।
• इंग्लैंड के कारखानों में कुछ माल तैयार होते थे जैसे पास कपड़ा चाय पत्ती रंगने के लिए नील इत्यादि। इन तैयार माल को अंग्रेज भारत और यूरोप में बहुत ही अधिक दामों पर बेचते थे जिससे कि इंग्लैंड के व्यापार में काफी वृद्धि हुई।
औद्योगिक क्रांति के समय कुछ प्रमुख आविष्कार
औद्योगिक क्रांति के समय कुछ मुख्य अविष्कार हुए थे जिससे कि यह दो गीत क्रांति में वृद्धि हुई।
• 1733 ईस्वी में जेम्स नामक वैज्ञानिक ने फ्लाइंग शटल का आविष्कार किया था जिसके माध्यम से कपड़ा उद्योग में भारी मात्रा में वृद्धि हुई।
• सन 1767 में हरग्रीव्स नामक वैज्ञानिक ने स्पिनिंग जेनी का अविष्कार किया था। इसके माध्यम से कपड़े के सूत बनाए जाते थे और एक व्यक्ति 8 व्यक्तियों के बराबर सूत बनाने में सक्षम था।
• सन 1769 ईसवी में आर्कराइट नामक वैज्ञानिक ने एक स्पिनिंग फ्रेम नामक मशीन का आविष्कार किया जोकि पानी के शक्ति से चलता था। यह मशीन पक्के सूत को काटने में काम आता था।
• 1779 में क्रॉम्पटन वैज्ञानिक ने म्यूल नामक मशीन बनाई।
• 1789 ईस्वी में जेम्स वाट द्वारा भाप के इंजन बनाए गए जिससे कि इंग्लैंड में काफी बदलाव देखने को मिले।
• 1812 ईस्वी में हेनरी बेल द्वारा श्रीमद् का आविष्कार किया गया।
• 1814 में जॉर्ज स्टीफेंसन वैज्ञानिक ने रेल इंजन नामक अविष्कार किया।
• सन 1846 ईस्वी में सिलाई मशीन का आविष्कार एली हास नामक वैज्ञानिक द्वारा किया गया।
औद्योगिक क्रांति का प्रभाव
इंग्लैंड के साथ फ्रांस और यूरोप देशों में भी औद्योगिक क्रांति का काफी प्रभाव पड़ा।
1. आर्थिक प्रभाव – देव की क्रांति के कारण कारखानों में वस्तुओं का उत्पादन एवं कुशलता पूर्वक होने लगा जिससे कि उद्योग में काफी वृद्धि हुई। जब उद्योगों से भारी मात्रा में आय में वृद्धि होने लगी तो यह राष्ट्रीय आय में भी वृद्धि हुई। लोगों के रहन-सहन का तरीका भी उच्च होने लगा। कई छोटे-छोटे गांव को बड़े-बड़े शहरों में भी बदल दिया गया। इसके साथ साथ बैंकिंग सुविधाओं में भी काफी वृद्धि हुई।
2. सामाजिक प्रभाव – औद्योगिक क्रांति के कारण समाज में काफी भेद होने लगे। समाजों को कई भागों में बांट दिया गया। जैसे पूंजी पतियों के वर्ग अलग हो गए और श्रमिकों के वर्ग अलग बना दिए गए। औद्योगिक क्रांति का सामाजिक प्रभाव बहुत ही बुरा हुआ क्योंकि श्रमिक लोग पूंजी पतियों पर ही आश्रित रहने लगे।
3. राजनीतिक प्रभाव – कई व्यक्ति जो पूंजीपति हो चुके थे उन्होंने राजनीतिक में हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया था। अपने धन के कारण वह धीरे-धीरे राजनीति में घुसने लगे और वहां के सांसद भी बनने लग गए थे। धीरे-धीरे कई श्रमिकों ने पूंजी पतियों के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिए थे जिसके कारण राज नीतियों द्वारा श्रमिकों के लिए कई ऐसे कानून बनाए गए जिससे कि श्रमिकों को लाभ मिला।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने आपको बताया कि औद्योगिक क्रांति से क्या आशय है? उम्मीद है कि इस लेख द्वारा आपको औद्योगिक क्रांति से संबंधित सभी जानकारियां मिल पाई होंगी। यदि आपको इस लेख से संबंधित कोई प्रश्न पूछना हो तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं।
FAQ
औद्योगिक क्रांति का अर्थ बताइए?
औद्योगिक क्रांति से तात्पर्य नई वैज्ञानिक और तीव्र उत्पादन मशीनों और मशीनों के उपयोग से है, जो उद्योगों की पुरानी, पारंपरिक और धीमी गति को छोड़ देती है। यह क्रांति औद्योगिक व्यवस्था के तहत हुए महान परिवर्तनों को दर्शाती है। इस प्रकार, औद्योगिक क्रांति उत्पादन के साधनों में आमूल-चूल परिवर्तन है।
औद्योगिक क्रांति के परिणाम क्या है?
औद्योगिक क्रांति के परिणामस्वरूप विट्टन में एक सर्वांगीण परिवर्तन हुआ। माल का उत्पादन बहुत तीव्र गति से बढ़ा। इस वृद्धि में कपड़ा उद्योग का बड़ा स्थान था। 1815 और 1825 के बीच कुल निर्यात का 50% कपड़ा था और कुल आयात का 20% कपास था।
औद्योगिक क्रांति के क्या कारण है?
अनुकूल जलवायु, कोयले और लोहे की उपलब्धता और आंतरिक क्षेत्रों तक पहुँचने के लिए नदियों की उपलब्धता कुछ ऐसे कारण थे जिन्होंने इंग्लैंड में औद्योगिक क्रांति को जन्म दिया। 18वीं शताब्दी के बाद इंग्लैंड में लोहे और कोयले के उत्पादन में भारी वृद्धि हुई, जिसने औद्योगिक क्रांति की शुरुआत में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
औद्योगिक क्रांति की शुरुआत कब हुआ?
1760
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