मित्रों, जब हम राजनीतिक विज्ञान पढ़ते हैं तब उसमें Civics नाम का एक सब्जेक्ट होता है। जिसकी पढ़ाई अत्यंत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि Civics की पढ़ाई करके आप सरकारी काम-काज को, लोकतंत्र को, लोकशाही को समझ सकते हैं।
बिना Civics का ज्ञान हुए आप एक असामाजिक तत्व के रूप में जीवन यापन कर सकते हैं, जिसे समय आने पर समाज से काटकर अलग कर दिया जाता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि Civics ko hindi mein kya kahate hain? तथा Civics क्या होता है? Civics की पढ़ाई कैसे होती है? Civics पढ़ने के लिए क्या करना होता है? यदि आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं क्योंकि, आज के लेख में हम आपको बताएंगे कि Civics ko hindi mein kya kahate hain? तो चलिए शुरू करते हैं:-
Civics को हिंदी में क्या कहते हैं? | Civics ko hindi mein kya kahate hain?
मित्रों, Civics को हिंदी में नागरिक शास्त्र के तौर पर समझा जाता है। इसका हिंदी में मतलब नागरिक शास्त्र होता है। यानी कि अच्छे नागरिकता का अध्ययन करना Civics का मतलब होता है।
इसके अध्ययन के दौरान नागरिक, सैद्धांतिक, राजनीति और व्यवहारिक पक्षों के बारे में गहराई से अध्ययन किया जाता है। किस प्रकार नागरिकों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के लिए जागरूक किया जा सकता है, इसके बारे में शिक्षा दी जाती है।
Civics की आवश्यकता | Need of Civics?
नागरिक शास्त्र की आवश्यकता आज के समय भारत जैसे देश को सर्वाधिक है। क्योंकि आज के समय लोग अपने अधिकारों के लिए जरूर सचेत हो रहे हैं, लेकिन अपने कर्तव्यों के प्रति लोगों का उत्साह कम देखने को मिलता है।
लोग नहीं चाहते कि उन्हें किसी भी प्रकार का कर्तव्य निभाने की आवश्यकता पड़े, और इसीलिए वे एक संतुष्ट जीवन जीने के लिए सभी प्रकार के कर्तव्यों का त्याग कर देते हैं। लेकिन
- नागरिक शास्त्र नागरिकों को प्रजातांत्रिक देश में रहने की कला सिखाता है।
- नागरिक शास्त्र प्रजातांत्रिक देश की सफलता के लिए आवश्यक है।
- नागरिक शास्त्र की मदद से समाज की चेतना सुनिश्चित की जा सकती है।
- राजनीतिक चेतना के लिए नागरिकों में नागरिक शास्त्र की पढ़ाई करना आवश्यक है, यह उन्हें अपने राजनीतिक दायित्व के बारे में सचेत करता है।
- व्यक्ति के आधारभूत विकास के लिए राजनीतिक चेतना तथा उचित गुणों का उत्पन्न होना आवश्यक है और इसीलिए नागरिक शास्त्र की जानकारी जरूरी हो जाती है।
- राष्ट्रीय प्रशासन का ज्ञान देने में नागरिक शास्त्र की अहम भूमिका होती है।
- नागरिक शास्त्र पढ़ने के पश्चात लोगों को यह पता चलता है कि सरकार किस प्रकार काम करती है और प्रशासन किस प्रकार काम करता है।
- लोगों को अपने अधिकारों के बारे में अधिक जानकारी होने लगती है, और किस प्रकार उनके अधिकारों से छीनी जा सकते हैं, इसका भी उन्हें पता चल जाता है।
- सभ्यता और संस्कृति में ज्ञान कराने हेतु नागरिक शास्त्र की आवश्यकता है।
- आज के समय लोगों में नेतृत्व की कमी देखी जा सकती है, लेकिन नेतृत्व का विकास करने के लिए और भारत के युवाओं में नेतृत्व की भावना जगाने के लिए नागरिक शास्त्र का अध्ययन मूल रूप से जरूरी होता है।
Civics कैसे पढ़ें? | How can we Study Civics?
भारतीय शिक्षा व्यवस्था के अंतर्गत यदि आप Civics पढ़ना चाहते हैं, तो इसकी शुरुआत आप राजनीति विज्ञान से कर सकते हैं। राजनीतिक विज्ञान कक्षा 6 से ही शुरू हो जाती है, और कक्षा 6 से कक्षा 12 तक राजनीति विज्ञान के अलग-अलग भाग और प्रभाव देखने को मिलते हैं।
जब आप कक्षा 12 के पश्चात कॉलेज में जाते हैं तब आपको Civics की बुक अलग से मिलती है, जो आपको आम तौर पर आर्ट्स के सब्जेक्ट के चुनाव पर मिलती है।
Civics के लिए योग्यता | Eligibility for Civics in hindi
जैसा कि हम जानते हैं कि सिर्फ सामाजिक विज्ञान का ही एक हिस्सा है या एक टुकड़ा है, तो जो योग्यता योग्यता सामाजिक विज्ञान को पढ़ने की होगी, वही योग्यता Civics को पढने की होगी।
- यानी कि आपकी उम्र 21 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- आप कक्षा 12 पास किए हुए होने चाहिए।
- कॉलेज में आर्ट्स सब्जेक्ट प्राप्त किए हुए होनी चाहिए।
- हालांकि आज के समय नई शिक्षा नीति के अनुसार आप Civics सब्जेक्ट अलग सकते हैं।
Civics का महत्व | Importance of Civics in hindi
Civics का अपने आप में एक महत्व होता है। नागरिक शास्त्र का सबसे बड़ा महत्व इस तौर पर देखा जा सकता है कि यह जनता में जनता को जनता के लिए बनाए गए लोकतंत्र को मजबूत करने का काम करता है।
यह लोगों को उनके अधिकारों के बारे में और उनके दायित्व के बारे में ज्ञान करवाता है।
Civics की मदद से एक व्यक्ति समाज में रहकर अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। लेकिन जब समाज उस व्यक्ति से कई बार कुछ अपेक्षा रखता है, तो वह उस पर खरा नहीं उतर पाता है।
क्योंकि उसे नागरिक शास्त्र की जानकारी नहीं होती। हालांकि इसके लिए नागरिक शास्त्र की जानकारी होना आवश्यक नहीं है इसके लिए विवेक की आवश्यकता होती है।
नागरिक शास्त्र विवेक प्रदान करता है। नागरिक शास्त्र की मदद से एक व्यक्ति समाज में संतुष्टि से रह सकता है। एक स्वतंत्र देश में स्वतंत्रता के साथ देने के लिए नागरिक शास्त्र का महत्व सर्वाधिक होता है।
निष्कर्ष
आज के लेख में हमने जाना कि “सिविक्स कौन सा सब्जेक्ट है | civics ko hindi me kya kehte”. इसके अलावा हमने Civics के बारे में आपको और भी कई विशेष प्रकार की जानकारियां उपलब्ध कराई है।
हम आशा करते हैं कि आज का यह लेख पढ़कर Civics ko hindi mein kya kahate hain यह जानने के लिए आपको अन्य किसी लेख को पढ़ने की आवश्यकता नहीं रहेगी। यदि आप कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।
FAQ
नागरिक शास्त्र के उद्देश्य क्या है?
बिनिंग और बिनिंग लिखते हैं, “नागरिक शिक्षा का मुख्य उद्देश्य अच्छे नागरिक तैयार करना और छात्रों की इस तरह मदद करना है कि उनमें नागरिक चरित्र का विकास हो।” इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए छात्रों को समाज और शासन प्रणाली का पूर्ण ज्ञान प्रदान करना आवश्यक है।
नागरिक शास्त्र का केंद्र बिंदु कौन है?
नागरिक शास्त्र वह विज्ञान है जो लोगों को आपस में सद्भाव और स्नेह से रहना सिखाता है। इसीलिए नागरिक शास्त्र को शांति शास्त्र या शांति का प्रतीक कहा जाता है, जो अहिंसा के साथ शांति से रहना सिखाता है।
नागरिक शास्त्र शिक्षक के क्या गुण होने चाहिए?
इसकी स्थिरता और प्रगति नागरिक शास्त्र के शिक्षक पर निर्भर करती है। उसे पूर्ण रूप से सक्रिय होकर सामाजिक और नैतिक कार्यों में भाग लेना चाहिए और सहयोग, सहयोग, न्याय, प्रेम, सहानुभूति आदि गुणों को समाज के सामने प्रस्तुत करना चाहिए।
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