नमस्कार दोस्तो, दोस्तों किसी भी व्यक्ति के घर के अंतर्गत पूजा कर सबसे पवित्र स्थल होता है, आपने अक्सर ये सुना होगा कि पूजा घर के अंतर्गत माचिस नहीं रखनी चाहिए। दोस्तों क्या आप जानते है कि पूजा घर के अंतर्गत माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए, यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि पूजा कर के अंतर्गत माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए, हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए।
पूजा घर के अंतर्गत माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए?
जो भी व्यक्ति हिंदू धर्म के अंतर्गत विश्वास रखता है उसके घर में पूजा कर सबसे ज्यादा पवित्र स्थल होता है, जहां पर वह अपने भगवान की पूजा करता है। आपको अक्सर कई जगह पर ऐसा सुनने को मिला हुआ होगा, की पूजा कर के अंतर्गत माचिस नहीं रखनी चाहिए, तो यह पूरी तरह से सत्य नहीं होता है, आप अपने पूजा घर के अंतर्गत दीपक जलाने के लिए या फिर अगरबत्ती जलाने के लिए माचिस रख सकते हैं। लेकिन आपको कभी भी अपने पूजा घर के अंतर्गत माचिस की तीली को नीचे नहीं फेंकना चाहिए, यदि आप दीपक जला रहे हैं तो आपको उस तिली को नीचे नहीं फेंकना चाहिए, आप उसे दीपक के पास कहीं पर रख सकते हैं, या फिर पूजा कर के अंतर्गत ऊपर कहीं पर भी रख सकते हैं। इसके अलावा सबसे अच्छा उपाय यह होता है, कि आप उस जली हुई तीली को पूजा कैसे बाहर निकाल सकते हैं।
पूजा घर के अंतर्गत क्या क्या नहीं रखना चाहिए?
दोस्तों आपको अपने पूजा घर के अंतर्गत निम्न चीजों को नहीं रखना चाहिए :-
1. पूजा घर के अंतर्गत कभी भी आपको पुराने हो चुके फूल, माला तथा अगरबत्ती को नहीं रखना चाहिए। यदि कोई अगरबत्ती खराब हो गई है तो आपको उसी पूजा कर के अंतर्गत नहीं रखना चाहिए। इसके अलावा आपको हमेशा पूजा घर के अंतर्गत स्वच्छता रखनी चाहिए।
2. आपको अपने घर में पूजा घर के अंतर्गत कुबेर देवता की फोटो नहीं रखनी चाहिए, किसी भी उम्र देवता भी फोटो को अपने घर के मंदिर में रखना अशुभ माना जाता है।
3. इसके अलावा आपको अपने पूजा घर के अंतर्गत या फिर अपने घर के मंदिर में जली हुई तीली को कभी भी नहीं रखना चाहिए। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
पूजा घर में किस रंग का बल्ब लगाना चाहिए
यदि दोस्तों आपके मन में यह सवाल है कि आपको पूजा घर के अंतर्गत किस रंग का बल्ब लगाना चाहिए, तो अपने पूजा घर में अच्छा वातावरण रखने, तथा शुभ समय की प्राप्ति के लिए आप पीला बल्ब लगा सकते हैं। जो आपके पूजा घर में एक प्रकार से ऊर्जा का संचार करता है। तो आप अपने पूजा घर में पीले रंग का बल्ब लगा सकते हैं।
आज आपने क्या सीखा
तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि पूजा घर में माचिस क्यों नहीं रखनी चाहिए, हमने आपको इस पोस्ट के अंतर्गत के विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। इसके अलावा हमने आपके साथ इस पोस्ट के अंतर्गत पूजा घर से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी शेयर की है, जैसे कि हमारे घर के पूजा घर में हमें किन किन वस्तुओं को नहीं रखना चाहिए, हम किस रंग का बल्ब अपने पूजा घर के अंतर्गत लगा सकते हैं, तथा माचिस की तीली को पूजा घर में क्यों नहीं रखना चाहिए।
आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तथा आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से आगे शेयर जरूर करें, तथा इस विषय के बारे में अपनी राय हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।
FAQ
घर के मंदिर में क्या नहीं होना चाहिए?
पूजा कक्ष को डिजाइन करते समय यह देखना महत्वपूर्ण है कि मंदिर में देवताओं का मुख सही दिशा में है या नहीं। साथ ही देवताओं की मूर्तियों का मुख माला और फूलों से नहीं ढकना चाहिए। हमेशा भगवान की एक ठोस मूर्ति रखें और मंदिर में खोखली मूर्ति रखने से बचें। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में मंदिर में मूर्तियों को फर्श पर नहीं रखना चाहिए।
घर में रखे पुराने मंदिर का क्या करना चाहिए?
ताकि बाकी प्रभु बाधित न हों। यदि घर में पूजा करने वाले व्यक्ति का मुख पश्चिम दिशा की ओर हो तो यह बहुत ही शुभ होता है। इसके लिए मंदिर का दरवाजा पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। यदि यह संभव न हो तो पूजा करते समय व्यक्ति का मुख पूर्व दिशा में होगा, तब भी सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त होते हैं।
घर के मंदिर में कितनी मूर्तियां रखनी चाहिए?
शास्त्रों के अनुसार पूजा घर में रखी देवी-देवताओं की मूर्तियों का आकार 3 इंच से अधिक नहीं होना चाहिए या मूर्तियों को हमारे अंगूठे की लंबाई के बराबर रखना चाहिए। अंगूठे के आकार से बड़ी मूर्ति को घर के मंदिर में नहीं रखना चाहिए। बड़ी मूर्तियों की पूजा में कई नियमों का पालन करना पड़ता है।
मंदिर में झाड़ू लगाने से क्या फल मिलता है?
घर की गंदगी को साफ करने वाली झाड़ू का संबंध आपके सुख और सौभाग्य से भी है क्योंकि इसका सीधा संबंध महालक्ष्मी की कृपा से है। यह भी कहा गया है कि जिस घर में हमेशा साफ-सफाई रहती है, वहां हमेशा माता लक्ष्मी का वास होता है। कई बार लोग देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए मंदिर में झाड़ू भी दान कर देते हैं।
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