नमस्कार दोस्तो, यदि आप इतिहास विषय के अंतर्गत अपनी रूचि रखते हैं या फिर आप इतिहास विषय को पढ़ते हैं तो आपने अक्सर कैप्टन हॉकिन्स के बारे में तो जरूर सुना होगा। दोस्तों क्या आप जानते है, कि कैप्टन हॉकिंस जहांगीर के दरबार में कब आया था, (british rajdoot william hawkins kis mugal samrat ke darbar mein aaya tha), यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि कैप्टन हॉकिन्स किस मुगल शासक के दरबार में आया था, (captain hawkins kis mugal shasak ke darbar mein aaya tha), हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए।
कैप्टन हॉकिन्स किस मुगल शासक के दरबार में आया था? | captain hawkins kis mugal shasak ke darbar mein aaya tha
यदि दोस्तों आपके मन में भी यह सवाल है, कि कैप्टन हॉकिन्स किस मुगल शासक के दरबार में आया था, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि कैप्टन हॉकिन्स किस जहांगीर के शासनकाल के अंतर्गत भारत आए थे। जांगिड़ मुगल शासन काल के वंश के चौथे सम्राट थे, और इन्हीं के शासनकाल के अंतर्गत कैप्टन हॉकिन्स भारत आए थे।
कैप्टन हॉकिन्स ने इन इंडिया कंपनी का प्रतिनिधित्व किया था और 1609 के अंतर्गत जांगिड़ से मिलने के लिए वह आगरा गए थे।
कैप्टन हॉकिन्स कौन थे? | captain hawkins kon tha
अगर दोस्तों बात की जाए कि कैप्टन हॉकिन्स किस कौन थे, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि यह ईस्ट इंडिया कंपनी का एक कर्मचारी तथा व्यापारी था। कैप्टन हॉकिन्स को फारसी भाषा का बहुत अच्छा ज्ञान था, इसके अलावा इसे ट्रैक्टर के नाम से भी जाना जाता था। इसके अलावा कैप्टन हॉकिन्स को इस इंडिया कंपनी का संचालक भी बनाया गया था, तथा बादशाह जहांगीर के समय यह भारत आए थे।
कैप्टन हॉकिन्स किस जहाज को लेकर आया था?
अब तक आप जानते हैं कि कैप्टन हॉकिन्स कौन है, वह किस उद्देश्य से भारत आया था और कैप्टन हॉकिन्स किस मुगल शासक के दरबार में आया था? लेकिन क्या आप जानते हैं कि कैप्टन हॉकिन्स भारत कैसे आए। कैप्टन हॉकिन्स भारत किस रास्ते से आया था? कैप्टन हॉकिन्स समुद्री मार्ग से भारत आए। कैप्टन हॉकिन्स को भारत आने के लिए समुद्री मार्ग का सहारा लेना पड़ा।
अब एक और सवाल यह भी उठता है कि कैप्टन हॉकिन्स ने किसकी मदद से समुद्र पार किया था। कैप्टन हॉकिन्स जेम्स प्रथम के दरबार में दरबारी था, इसलिए उसके पास जहाज नहीं हो सकता था। तो आपको बता दें कि कैप्टन हॉकिन्स को भारत भेजने में जेम्स प्रथम के साथ-साथ अंग्रेजी सरकार ने भी सहयोग किया था। इसलिए कैप्टन हॉकिन्स को अंग्रेजी सरकार यानी ईस्ट इंडिया कंपनी की ओर से भारत आने के लिए जहाज दिया गया था। और इस जहाज का नाम हेक्टर था। यह जहाज बहुत बड़ा था और इसमें कैप्टन हॉकिन्स के उपयोग की सभी चीजें थीं।
आज आपने क्या सीखा
तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि कैप्टन हॉकिन्स किस मुगल शासक के दरबार में भारत आया था,(william hawkins kis shasak ke kaal mein bharat aaya tha), हमने आपको इस पोस्ट के अंतर्गत के विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। इसके अलावा हमने आपके साथ इस पोस्ट के अंतर्गत कैप्टन हॉकिन्स से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी शेयर की है, जैसे कि कैप्टन हॉकिन्स कौन था, और यह भारत कब तथा किसके शासनकाल में आया था।
आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तथा आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से आगे शेयर जरूर करें, तथा इस विषय के बारे में अपनी राय हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।
FAQ
जहांगीर के बाद कौन आया?
जहाँगीर के दूसरे पुत्र परवेज की मृत्यु 28 अक्टूबर 1626 को हुई थी। अब केवल शाहजहाँ ही खाली रह गया था, जो सिंहासन पर विराजमान था।
जहांगीर की प्रेमिका का क्या नाम था?
जहाँगीर का नूरजहाँ के प्रति प्रेम आज भी किताबों और कहानियों में ताज़ा है। नूरजहाँ का असली नाम मेहरुन्निसा था, जिसकी सुंदरता जहाँगीर को देखकर दंग रह जाती थी।
हॉकिन्स भारत में कब आया था?
विलियम हॉकिन्स 1608 में भारत आए और 400 का मनसब (मुगलों के अधीन नौकरी) पाने वाले पहले अंग्रेज थे।
जॉन हॉकिन्स किसके लिए जाना जाता है?
सर जॉन हॉकिन्स (1532-1595) सोलहवीं शताब्दी के सबसे उल्लेखनीय नाविकों और नौसेना कमांडरों में से एक थे। उन्हें इंग्लैंड के समुद्री इतिहास और वैश्विक दास व्यापार के उदय में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है।
Homepage | Click Hear |
General | Click Hear |
Technology | Click Hear |
Share Market | Click Hear |
Biography | Click Hear |