पारिस्थितिक तंत्र किसे कहते हैं? इसके प्रमुख घटकों को समझाइए

नमस्कार दोस्तो, आपने अक्सर पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में तो जरूर सुना होगा। पारिस्थितिकी तंत्र हमारी सभी के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि पारिस्थितिकी तंत्र किसे कहते हैं, पारिस्थितिकी तंत्र की परिभाषा क्या होती है, पारिस्थितिकी तंत्र के कौन कौन से घटक होते हैं (paristhitiki tantra kise kahate hain)। यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताने वाले हैं, कि पारिस्थितिक तंत्र किसे कहते हैं और पारिस्थितिकी तंत्र की परिभाषा क्या होती है। तथा इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।

पारिस्थितिकी तंत्र किसे कहते हैं? (पारिस्थितिकी तंत्र की परिभाषा)

जैसा कि आपने अक्सर पढ़ा होगा कि पारिस्थितिकी तंत्र इस संसार का यह काफी महत्वपूर्ण हिस्सा होता है तथा इसी के कारण सभी जीव जंतुओं का जीवन संभव हो पाता है।

जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं, कि इस पृथ्वी में मौजूद सभी जैविक तथा अजैविक घटक आपस में परस्पर सहयोग से जीवन का निर्वहन करते हैं, और इसी को पारिस्थितिकी तंत्र कहा जाता है।

इसको अगर आसान भाषा में समझा जाए तो जैसा कि हम इंसानी प्रजाति को जिंदा रहने के लिए भोजन की आवश्यकता होती है इसके अलावा पानी की आवश्यकता होती है, भोजन हमें पादपों से प्राप्त होता है, इसके अलावा हमें भोजन अन्य जंतुओं के शरीर से प्राप्त होता है। उसी तरह से अन्य जंतु दूसरे जंतुओं पर अपने जीवन के लिए निर्भर रहते हैं, और इसी तरह से ही है चक्कर पूरा बना हुआ होता है, और इसमें किसी भी प्रजाति को नुकसान पहुंचता है, या फिर वह विलुप्त होती है, तो इससे यह पूरा पारिस्थितिकी तंत्र बिगड़ जाता है, और अलग-अलग प्रकार की समस्याएं आती है।

पारिस्थितिकी तंत्र के घटक

पारिस्थितिकी तंत्र के मुख्य रूप से दो घटक होते हैं:-

1. जैविक घटक

ऐसे जीवित कत्थक जिनको भोजन, प्रजनन, अन्य जीवों से प्रभावित, ऊर्जा का आदान-प्रदान एवं विकास करना होता है, इन प्रकार के घटकों को जैविक घटक कहा जाता है।

इनके अंतर्गत अलग-अलग प्रकार के जीव जंतु, पादप, मानव इसके अलावा सभी जैविक घटक आते हैं।

2. अजैविक घटक

हमारे पर्यावरण के अंतर्गत जितने भी निर्जीव घटक मौजूद है, उनको एक जैविक घटक कहा जाता है, इनके अंतर्गत कार्बनिक अकार्बनिक घटक एवं भौतिक घटक शामिल होते हैं।

निष्कर्ष

तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया कि पारिस्थितिकी तंत्र किसे कहते हैं (prakrutik tantra se aapka kya abhipray hai), और पारिस्थितिकी तंत्र के घटक कौन कौन से होते हैं। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।

पारिस्थितिकी तंत्र के जनक कौन है?

एक प्रशिया वनस्पतिशास्त्री, भूगोलवेत्ता, प्रकृतिवादी और खोजकर्ता, अलेक्जेंडर वॉन हम्बोल्ट को पारिस्थितिकी के जनक कहा जाता है।

पारिस्थितिक तंत्र कैसे बनता है?

एक पारिस्थितिकी तंत्र तब बनता है जब जीवित प्राणी एक दूसरे के साथ और अपने परिवेश के साथ बातचीत करते हैं। जैविक और अजैविक कारक मिलकर पारिस्थितिक तंत्र के निर्माण में योगदान करते हैं।

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