नमस्कार दोस्तो, जब भी किसी को बच्चा होता है तो कुछ लोग यह उम्मीद करते हैं, कि उनको पुत्र की प्राप्ति हो या फिर कुछ लोग यह उम्मीद करते हैं, कि उनको पुत्री की प्राप्ति हो। दोस्तों क्या आप जानते हैं कि पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए, यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए, हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए।
पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए
जैसा कि दोस्तों आप सभी लोगों को पता होगा, कि यदि किसी भी कपल को यदि कोई बच्चा होता है, तो काफी लोग उसमें यह उम्मीद करते हैं कि उनको पुत्र प्राप्ति हो, जिसके पीछे उनका कोई भी पर्सनल कारण हो सकता है। यदि दोस्तों आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है, कि पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि ग्रंथों के हिसाब से पुत्र प्राप्ति के लिए पत्नी को पति के बाएं तरफ होना चाहिए।
अनेक जगहों पर यह उल्लेख किया गया है, कि यदि पत्नी पति के बाएं तरफ होती है, तो उस परिस्थिति में पुत्र की प्राप्ति होने के चांस काफी ज्यादा रहते हैं। जब भी आप किसी ज्योतिष से इस प्रकार की कोई सलाह देते हैं, तो वह आपको यही सलाह देता है, कि पत्नी को पति के बाई तरफ सोना चाहिए।
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इसके अलावा अगर साइंस की बात की जाए, तो साइंस का यह मानना है कि ऐसा कुछ भी नहीं होता है। तथा किसी भी व्यक्ति तथा महिला को किस तरफ सोना चाहिए, उसको किस करवट सोना चाहिए, यह बिल्कुल भी तय नहीं करता है, कि उसके पुत्र की प्राप्ति होने वाली है, या फिर पुत्री की प्राप्ति होने वाली है। साइंस के अनुसार किसी भी दंपति को पुत्र या पुत्री की प्राप्ति होने वाली है यह पूरी तरह से अलग प्रक्रिया होती है, इसका इस विषय से कोई भी लेना देना नहीं होता है।
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पुत्र प्राप्ति के लिए किसकी पूजा करनी चाहिए
भगवान शिव की पूजा करने से सुख-समृद्धि आती है। लेकिन बच्चे भी हैं। अगर आप बच्चा चाहते हैं। इसलिए सोमवार के दिन शिव के साथ-साथ उनके परिवार की भी पूजा करनी होगी। शिव की आराधना ही आपको वैराग्य की ओर ले जाएगी।
लेकिन शिव के साथ उनके परिवार की पूजा करने से आपको संतान के साथ-साथ सुख-समृद्धि की भी प्राप्ति होती है। इसलिए सोमवार के दिन शिव परिवार की पूजा करनी चाहिए। इसके साथ ही कुछ विशेष उपाय भी करने होंगे जिससे आपके मन की मनोकामना शीघ्र ही पूरी होगी।
शिव परिवार की पूजा कैसे करें, हम आपको नीचे बता रहे हैं। तदनुसार पूजा करने से लाभ होगा।
ऐसे करे शिव परिवार की पूजा
- सोमवार के दिन शिव मंदिर में जाकर भगवान गणेश और माता पार्वती की पूजा करें।
- शिव परिवार की पूजा करने के बाद शिव की विशेष पूजा करें। लाल गुलाब के फूल शिव को अर्पित करें। और अपने मन की इच्छाएं उनके सामने रखें।
- संतान प्राप्ति के लिए शिव मंदिर में जाकर उनके सामने बैठ जाएं और “O नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- जब भी आप शिव की पूजा करें तो अपना मुख उत्तर या पूर्व दिशा में रखें। और जब भी आप मंदिर से बाहर निकलें तो इस बात का ध्यान रखें कि पीछे की टांगें उनकी तरफ न मुड़ें।
- सोमवार के दिन जब भी पूजा के लिए बैठें तो भगवान शिव को सफेद कनाल के फूलों के साथ भांग और धतूरा का भोग लगाएं। जब आपकी पूजा पूरी हो जाए तो केनेल के फूलों में से एक को अपने घर ले आएं। और अपने घर के मंदिर में एक फूल स्थापित करें। जब फूल सूख जाए तो उसे किसी पेड़ में डाल दें। ऐसा हर सोमवार को कम से कम 21 दिनों तक करें।
- अगर शिव मंदिर नहीं जा पा रहे हैं तो घर की मिट्टी से शिव का शिवलिंग बनाकर मिट्टी के बर्तन में स्थापित कर दें। अब शिवलिंग पर बेलपत्र और शुद्ध जल का अभिषेक करें। और उसके सामने एक पुत्र पाने के लिए प्रार्थना करें। शिवलिंग के साथ भगवान शिव और माता पार्वती और गणेश की मिट्टी की मूर्तियां स्थापित करें।
- साथ ही हर महीने पड़ने वाले प्रदोष व्रत का भी पालन करें। कम से कम 21 प्रदोष व्रत करने से संतान प्राप्ति की मनोकामना पूरी होती है।
भगवान शिव की पूजा में भी हल्दी, काले तिल और नारियल पानी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। शिव की पूजा में यह वर्जित है। तो इस बात का ध्यान रखें।
आज आपने क्या सीखा
तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए, हमने आपको इस पोस्ट के अंतर्गत के विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। इसके अलावा हमने आपके साथ इस पोस्ट के अंतर्गत पुत्र प्राप्ति के लिए किस करवट सोना चाहिए से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां शेयर की है, जैसे कि ग्रंथों के हिसाब से किस करवट सोने से पुत्र की प्राप्ति हो सकती है, तथा साइंस का इस विषय के बारे में क्या विचार है।
आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तथा आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से आगे शेयर जरूर करें, तथा इस विषय के बारे में अपनी राय हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।
FAQ
पुत्र प्राप्ति के लिए कौन सा दिन शुभ होता है?
दिन के अनुसार सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को गर्भ धारण करने के लिए शुभ दिन माना जाता है और अष्टमी, दशमी और बारहवीं तिथि को शुभ माना जाता है।
कौन से महीने में पुत्र की प्राप्ति होती है?
हमारे पुराने आयुर्वेद ग्रंथों में दिन और रात, शुक्ल पक्ष-कृष्ण पक्ष का महत्व और मासिक धर्म के दिन से सोलहवें दिन तक पुत्र-पुत्री की प्राप्ति के लिए बताया गया है। इसकी जानकारी धार्मिक ग्रंथों में भी मिलती है।
दाई करवट सोने से क्या होता है?
दरअसल दाहिनी करवट सोने से आपके पेट की सेहत पर असर पड़ता है और यह पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद नहीं माना जाता है। इसके अलावा करवट लेकर सोने से भी कंधे में दर्द और गर्दन की समस्या हो सकती है। अगर आपको करवट लेकर सोते समय कोई समस्या है तो इस पोजीशन में आपको सीधे पीठ के बल सोना चाहिए।