दरभंगा में सरस्वती अकादमी की स्थापना कब हुई थी?

भारत का इतिहास बहुत पुराना है। भारत पर सौ सालों तक अंग्रेजों ने राज किया इसी बीच हमारे देश में बहुत सारे स्वतंत्रता सेनानी पैदा हुए जिन्होंने अंग्रेजों का डटकर सामना किया और उन्हें भारत की मिट्टी से खदेड़ दिया।

आज के इस लेख में हम एक ऐसी अकादमी की चर्चा करने जा रहे हैं जिसने अंग्रेजो के खिलाफ लड़ाई में जोर शोर से योगदान दिया।आज हम आपको बताने वाले हैं कि दरभंगा में सरस्वती अकादमी की स्थापना कब हुई। अगर आप भी दरभंगा अकादमी के बारे में अधिक जानकारी लेना चाहते हैं तो कृपया इस लेख को जरूर पढ़े।

दरभंगा कहां पर स्थित है? (Where is Darbhanga?)

सरस्वती अकादमी के बारे में जानने से पहले हम दरभंगा के बारे में जान लेते हैं जिससे हमें समझने में आसानी होगी। दरभंगा भारत के उत्तरी बिहार में भगमती नदी के किनारे बसा एक जिला है । यह भारत के मिथिला क्षेत्र में स्थित एक नगर है‌।

दरभंगा में जिले का मुख्यालय भी स्थित है।

दरभंगा बिहार का पांचवा सबसे बड़ा राज्य है। पूराने समय में दरभंगा, दरभंगा राज्य की राजधानी हुआ करता था। यह भारत के सबसे पुराने शहरों में गिना जाता है।

इसके अलावा दरभंगा को स्वतंत्रता सेनानियों की जन्मभूमि के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहां पर हजारों की तादाद में स्वतंत्रता सेनानियों ने देशप्रेम की भावना को समझा और अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता  का विरोध किया।

दरभंगा का इतिहास (History of Darbhanga)

दरभंगा का इतिहास बहुत पुराना है। दरभंगा को इसके इतिहास के कारण दुनिया भर से लोग इसे जानते  हैं। दरभंगा के पास बहुत सारे tourists attraction भी मौजूद हैं।

सन 1875 से पहले अंग्रेजो के राज में दरभंगा संकर तिरुपति का ही हिस्सा हुआ करता था। बाद में इसे एक अलग जिला बना दिया गया। दरभंगा को इसके पुराने इतिहास के कारण भी जाना जाता है क्योंकि यह पुराने समय में मिथिला region से belong करता था जो रामायण और महाभारत की याद दिलाता है।

दरभंगा अपने traditional folk art, ancient temples, मिथिला पेंटिंग और अनेक historical चीजों के लिए प्रसिद्ध है जो इसे एक बहुत अच्छा tourist place बनाता है। यह भारत के बिहार राज्य का पांचवा सबसे बड़ा शहर है।

दरभंगा का नाम कैसे पड़ा? (How Darbhanga got its name?)

दरभंगा के नाम के पीछे बहुत सी कहानियां हैं लेकिन जो सबसे popular theory  है वो यह है कि दरभंगा का नाम द्वार और भंगा से मिलकर बना है जिसका अर्थ होता है – बंगाल की ओर द्वार। दरभंगा भारत के बिहार का आज भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

दरभंगा सरस्वती अकादमी की स्थापना कब और कैसे हुई? (When and how Darbhanga Saraswati Academy was established?)

दरभंगा सरस्वती अकादमी की स्थापना कब और कैसे हुई? (When and how Darbhanga Saraswati Academy was established?)

दरभंगा सरस्वती अकादमी की शुरुवात 1 जनवरी 1901 को हुई।  दरभंगा सरस्वती अकादमी की स्थापना के बाद दरभंगा देशभक्तों का केंद्र बन गया था। बिहार के विद्यार्थी अंग्रेजो के खिलाफ स्वतंत्रता आंदोलन में बहुत बढ़-चढ़कर भाग लेते थे जिसके कारण अंग्रेजों ने अनेक शिक्षण संस्थानों और छात्रों पर कड़े नियम लागू कर दिए। इसलिए दरभंगा के छात्रों ने दरभंगा में सरस्वती अकादमी नाम की एक शिक्षण संस्थान की स्थापना की जो कि बाद में राष्ट्रीय शिक्षण संस्थान के रूप में परिवर्तित हो गई थी।

शिक्षण संस्थानों और छात्रों पर कड़े नियम लागू करने के विरोध में 1906 में श्रीकृष्ण सिंह और तेजस्वी प्रसाद ने बिहार Student Conference की स्थापना की। इस Student Conference का मुख्य उद्देश्य छात्रों के लिए अपने हितों को मांगना और अंग्रेजों का विरोध करना था।

स्वतंत्रता आंदोलन के लिए दरभंगा के शिक्षण संस्थानों का योगदान (Contribution of Darbhanga to the freedom movement)

स्वतंत्रता आंदोलन में दरभंगा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। स्वतंत्रता आंदोलनों के दौरान दरभंगा के शिक्षण संस्थानों में  देशभक्ति के बारे में सिखाया जाता था  और श्री कृष्ण सिंह और तेजस्वी प्रसाद देशभक्तों ने अपनी बिहार Student Conference बना ली थी। शिक्षकों के सहयोग से दरभंगा के विद्यार्थी स्वतंत्रता आंदोलन में और भी ज्यादा भाग लेने लगे।

अंग्रेजों ने इसके विरोध में बहुत सारे कड़े कानून विद्यार्थियों पर लागू कर दिए लेकिन श्री कृष्ण सिंह और तेजस्वी प्रसाद द्वारा बनी बिहार Student Conference ने इन कानूनों का जमकर विरोध किया।

राजेंद्र प्रसाद कोलकाता अपनी पढ़ाई के दौरान ही देश प्रेमियों के संपर्क में आए। स्वतंत्र के विचारों को बढ़ावा देने के लिए राजेंद्र प्रसाद ने कलकत्ता में सर्वेंट ऑफ इंडिया सोसाइटी की स्थापना की।

मुजफ्फरपुर के बाबू सिंह और कृष्णा प्रसाद कानून के छात्र थे जो सर्वेंट ऑफ इंडिया सोसाइटी से प्रभावित हुए थे।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने आपको बताया कि “दरभंगा में सरस्वती अकादमी की स्थापना कब हुई “। दरभंगा में सरस्वती अकादमी युवाओं के बीच देश प्रेम की भावना भरने में सबसे अधिक कारगर साबित हुई। अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। अगर आपको इस लेख से related कोई सवाल है तो वो भी आप हमे कमेन्ट बॉक्स में पूछ सकते है।

FAQ

दरभंगा में कुल कितने जिले हैं?

दरभंगा भारत के उत्तरी बिहार में बागमती नदी के तट पर स्थित एक जिला और संभागीय मुख्यालय है। दरभंगा संभाग में तीन जिले दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर शामिल हैं।

दरभंगा जिला में कुल कितना ब्लॉक है?

दरभंगा जिले में कुल 18 ब्लॉक हैं।

दरभंगा जिला में कौन कौन प्रखंड है?

दरभंगा जिले को सदर, बेनीपुर और बिरौल नाम के तीन उप-मंडलों में बांटा गया है।

दरभंगा का पुराना नाम क्या है?

मिथिला विदेह साम्राज्य की राजधानी थी और इसका नाम राजा मीठी के नाम पर रखा गया था।

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