स्वपनदोष से मुक्ति के लिए मंत्र कौन कौन से हैं?

नमस्कार दोस्तो, अनेक लोगों को अपने जीवन के अंतर्गत स्वपनदोष जैसी अलग-अलग समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दोस्तों क्या आप जानते हैं कि स्वपनदोष से मुक्ति के लिए मंत्र कौन कौन से हैं, जिनके माध्यम से आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं, यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि सपन दोष से मुक्ति के लिए मंत्र कौन कौन से हैं, जिनके माध्यम से सपन दोष से मुक्ति मिल सकती है, हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए।

स्वपनदोष से मुक्ति के लिए मंत्र कौन कौन से हैं?

स्वपन दोष से मुक्ति प्राप्त करने के लिए अलग-अलग मंतर दिए गए हैं, जिनके बारे में हमने नीचे यहां पर विस्तार से जानकारी दी है:-

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मंत्र 1

अगस्तिर्माधवश्चैव मुचुकुन्दो महाबल :।

कपिलो मुनिरास्तीक: पंचैते सुखशायिन:।।

इस मंत्र के अंतर्गत यह कहा गया है, कि यदि किसी भी व्यक्ति को नींद नहीं आती है, या फिर उसे नींद की समस्या है, तो उसको सोने से पहले अपने हाथ पैर को धोकर बिस्तर पर बैठ जाना चाहिए, एवम इस मंत्र को मन ही मन पांच बार उच्चारण कर के बाद सोना चाहिए, तो उसको इस समस्या के समाधान करने में काफी मदद मिलने वाली है। यदि कोई भी व्यक्ति इस प्रक्रिया को रोजाना करता है तो उसको इस समस्या से मुक्ति मिल जाने वाली है।

मंत्र 2

या देवी सर्वभूतेषु निद्रारूपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

इस मंत्र के अंतर्गत यह कहा गया है कि आपको सोने से पहले हाथ पैर को धोकर अपने बिस्तर पर बैठ जाना है तथा उसके बाद इस दुर्गा सप्तशती माता के मंत्र को आप को कम से कम 7 से 11 बार पढ़ना है और उसके बाद आपको सो जाना है, कुछ दिनों के अंतर्गत ही आपको यह समस्या खत्म हो जाने वाली है।

मंत्र 3

वाराणस्यां दक्षिणे तु कुक्कुटो नाम वै द्विज: ।

तस्य स्मरणमात्रेण दु:स्वप्न सुखदो भवेत् ।।

यदि दोस्तों आप अपने सपने के अंतर्गत काफी बुरे सपने देखते हैं या फिर आपको काफी बुरे स्वपन आते हैं, तो इस समस्या का समाधान करने के लिए आपको अपने हाथ पैर को धोकर अपने बिस्तर पर पूर्व दिशा की ओर अपना मुंह करके बैठ जाना है, तथा इस मंत्र को कम से कम 21 बार उच्चारण करना है, उसके बाद आपको डरावने सपने आने की समस्या खत्म हो जाने वाली है।

मंत्र 4

।। ॐ विश्वानि देव सवितु: दुरितानि परा सुव यद् भद्रं तन्न आ सुव ।।

यदि आप इस मंत्र को कम से कम 7 या 21 बार उच्चारण करते हैं, तो आपको स्वपनदोष की समस्याओं से समाधान मिलने में काफी सहायता मिलने वाली है।

आज आपने क्या सीखा

तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि सपन दोष से मुक्ति प्राप्त करने के लिए अलग-अलग मंत्र कौन-कौन से हैं, हमने आपको इस पोस्ट के अंतर्गत के विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। इसके अलावा हमने आपके साथ इस पोस्ट के अंतर्गत सपन दोष से मुक्ति प्राप्त करने के लिए 4 मंत्र शेयर किए है, यदि आप इनका लगातार उच्चारण करते हैं, तो आपको इस प्रकार की समस्या से समाधान करने में काफी सहायता मिलने वाली है, तथा कुछ ही दिनों में आपकी यह समस्या दूर हो जाने वाली है।

आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तथा आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से आगे शेयर जरूर करें, तथा इस विषय के बारे में अपनी राय हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।

FAQ

स्वप्नदोष को कैसे रोका जा सकता है?

नियमित योग और व्यायाम करने से सेक्स संबंधी गतिविधियां नियंत्रण में रहती हैं, जिससे स्वप्नदोष नहीं होता है। सोने से पहले आवश्यक तेलों से स्नान करना सहायक होता है, क्योंकि यह शरीर और मन को शांत करता है और अच्छी नींद में सहायक होता है। आहार में बदलाव से बुरे सपने आने से बचा जा सकता है।

स्वप्नदोष कब तक होता है?

सपने देखने की अवधि अलग-अलग समय पर अलग-अलग होती है। यह सप्ताह में दो-तीन बार होता है और उसके बाद डेढ़ माह तक नहीं होता है। महीने में 2 से 4 बार नाईट फॉल होना नॉर्मल है। यह कोई बीमारी नहीं है, यह स्वाभाविक है।

स्वप्नदोष के लिए कौन सा योग करें?

स्वप्नदोष के उपचार के लिए योग | ब्रह्मचर्यसन, ब्रह्मचार्यसन स्वास्थ्य लाभ | बोल्डस्की। आज हम ब्रह्मचर्यासन सीखेंगे। इस आसन को करने से आप स्वप्नदोष, शीघ्रपतन और वीर्य की समस्या से निजात पा सकते हैं। इस आसन को करने से एकाग्रता आती है और ये आसान लाभ स्त्री और पुरुष दोनों को मिलते हैं।

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