नमस्कार दोस्तों, जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि गणित विषय के अंतर्गत अलग-अलग प्रकार के कौन होते हैं अलग-अलग कोणों के जोड़ के तथा उनके माप के हिसाब से उनको अलग-अलग नाम दिया जाता है और उन्हीं सूची के अंतर्गत पूरक कोण का नाम भी आता है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि पूरक कोण किसे कहते हैं (purak kon kya hota hai in hindi), यदि आपको इस सवाल का जवाब मालूम नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि पूरक कोण किसे कहते हैं, और इस विषय से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी अभी हम आपको इस पोस्ट में देने वाले हैं।
पूरक कोण किसे कहते हैं?
गणित विषय के अंतर्गत अलग-अलग प्रकार के कौन होते हैं, तथा हर एक कोण का माप अलग अलग होता है, तथा उन्हीं के हिसाब से उनको नों को अलग-अलग नाम दिया जाता है, तब पूरक कोण का नाम भी उसी के अंतर्गत आता है।
पूरक कोण की परिभाषा
जब दो कोणों का आपस में जोड़ा जाता है तथा दो कोणों का योग 90 डिग्री होता है, तो उन्हें पूरा कौन कहा जाता है।
यानी कि दोनों को एक दूसरे के पूरक होते हैं। या फिर हम कह सकते हैं कि पूरक कोण का योग कोण के बराबर होता है।
पूरक कोणों के उदाहरण
पूरक कोणों के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं:
- 120° + 60° = 180°
- 90° + 90° = 180°
- 140° + 40° = 180°
- 96° + 84° = 180°
पूरक कोण और समकोण में क्या अंतर होता है?
दोस्तों बहुत सारे लोगों के मन में इस बात को लेकर संदेह रहता है कि पूरक कोण तथा समकोण के अंतर्गत क्या अंतर होता है, तथा कई बार परीक्षाओं के अंतर्गत भी सवाल को पूछ लिया जाता है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं, कि जब दो कोणों का योग 90 डिग्री होता है, तो उसे पूरा कौन कहा जाता है जबकि संपूर्ण 90 डिग्री का ही कौन होता है।
संपूरक कोण | अधिक कोण |
---|---|
दो कोणों का योग 90 ° होता है | दो कोणों का योग 180 ° होता है |
उदा: ∠A + ∠B = 90°। | उदा: ∠A + ∠B = 180°। |
पूरक कोण एक साथ संयुक्त होने पर एक समकोण त्रिभुज बनाते हैं। | पूरक कोण एक सीधी रेखा बनाते हैं। |
एक कोण A का पूरक (90 – A)° है | एक कोण A का संपूरक (180 – A)° है |
कुछ अन्य महत्वपूर्ण तथा उनकी परिभाषा
संपूरक कोण
जब किन्हीं दो कोणों के मानों का योग समकोण बनाता है
आसन्न पूरक कोण
एक उभयनिष्ठ भुजा और शीर्ष वाले कोणों के युग्म आसन्न पूरक कोण कहलाते हैं
गैर-आसन्न पूरक कोण
दो पूरक कोणों का युग्म जो एक दूसरे से सटे नहीं होते हैं, असंबद्ध पूरक कोण कहलाते हैं
पूरक कोण का दूसरा नाम क्या है?
कोटिपुरक कोण :- यदि दो कोणों का योग 90° है, तो उन्हें संपूरक कोण कहा जाता है। 9:- संपूरक कोण:- यदि दो कोणों का योग 180° है, तो उन्हें संपूरक कोण कहा जाता है।
निष्कर्ष
तो दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से आपने जाना कि पूरक कोण किसे कहते हैं तथा पूरक और सम कोण में क्या अंतर होता है इसके अलावा अलग-अलग कोणों के प्रकार के बारे में हमने भी हमने यहां पर आपको जानकारी दी है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारी द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया सीखने को मिला है।
पूरक और संपूरक कोण क्या होते हैं?
जब दो कोणों का योग 90° हो तो वे पूरक कोण कहलाते हैं। जब दो कोणों का योग 180° हो तो वे पूरक कोण कहलाते हैं।
45 का पूरक कोण क्या है?
45° का पूरक वह कोण है जिसे 45° में जोड़ने पर एक समकोण (90° ) बनता है.
पूरक कोण की पहचान कैसे करें?
जब दो कोणों का योग 90° हो तो वे पूरक कोण कहलाते हैं। जब दो कोणों का योग 180° होता है, तो उन्हें पूरक कोण कहते हैं।
पूरक कोण कितने होते हैं?
पूरक कोण वे कोण होते हैं जिनके मानों के योग से एक समकोण अर्थात 90 प्राप्त होता है। पूरक कोणों के युग्म जिनका मान 90° तक जुड़ता है, एक दूसरे के पूरक होते हैं। पूरक कोण 30° और 60°, 40° और 50°, 55° और 35°, आदि के क्रम में हो सकते हैं।
2 पूरक कोण क्या होता है?
दो कोण जो एक साथ एक सीधी रेखा बनाते हैं, पूरक कोण कहलाते हैं। एक रेखा, या सीधा कोण, 180 डिग्री को मापता है।
पूरक कोण की पहचान कैसे करें?
जब दो कोणों का योग 90° होता है तो वे पूरक कोण कहलाते हैं।
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