भारतीय संविधान, जिसमें भारत में लागू होने वाले सभी नियमों को लिखा गया है, विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। यह तो आप जानते ही हैं कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने भारत का संविधान बनाया था लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि भारत का संविधान किसने लिखा और भारत का संविधान कितने पेज का है? यदि नहीं तो आज का यह लेख हम आपके लिए लेकर आए हैं।
आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि भारत का संविधान किसने लिखा और कितने दिनों में लिखा और इसे लिखा किसने था? कृपया भारतीय संविधान से जुड़ा यह लेख पूरा जरूर पढ़ें।
भारतीय संविधान की परिभाषा (Definition of constitution of India)
भारत का संविधान एक ऐसा कानून है जिसके द्वारा देश का संचालन ठीक तरह से किया जा सकता है। भारत के संविधान में सरकार के विभिन्न अंगों के कार्यों एवं रूपरेखा तथा देश का संचालन करने से संबंधित नियम लिखे गए हैं। भारत के संविधान में नागरिकों के हित के लिए भी कई कानून बनाए गए हैं जिससे कि नागरिकों का संरक्षण हो सके।
सरल शब्दों में कहा जाए तो भारतीय संविधान एक मौलिक कानून है जिसमें देश के संचालन से संबंधित नियमों का उल्लेख किया गया है। ऐसा कानून जो भारत के हितों के संरक्षण के लिए बनाया गया है, भारतीय संविधान कहलाता है।
भारत का संविधान कितने पेज का है? (How many pages is the constitution of India?)
भारत का संविधान 251 पेज (251 pages) का है जो सभी संविधान को परख कर बनाया गया। यह संविधान 26 नवंबर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था लेकिन इसकी घोषणा 15 अगस्त 1947 को भारत के स्वतंत्र होने के पश्चात हुई थी।
भारतीय संविधान हर साल भारत मे 26 नवंबर को मनाया जाता है। भारत का संविधान जब बना था तब इसमें 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियाँ थी जो 22 भागों में विभाजित थी लेकिन आज के संविधान में कुल 395 अनुच्छेद और 12 अनुचियाँ है जो 25 भागों में विभाजित है।
251 पेज का यह पूरा संविधान बनने के बाद कुल 284 सदस्यों ने संविधान पर हस्ताक्षर भी किये थे उसके बाद ही यह 251 पन्नों का संविधान लागू हुआ। भारतीय संविधान के इन 251 पन्नों में केवल संविधान ही नहीं लिखा गया बल्कि इन सभी पन्नो को बखूबी सजाया भी गया था।
इन पन्नों को सजाने का श्रेय शांतिनिकेतन के नंदलाल बोस और उनकी टीम को जाता है। इन्होंने अपनी कलाकृतियों के द्वारा हर पन्ने पर देश के इतिहास को दिखाने की कोशिश की है।
संविधान को लिखने वाला व्यक्ति कौन था? (Who is the writer of constitution of India?)
इस बात की जानकारी बहुत कम लोगों को होगी कि भारत का संविधान किसने लिखा है। लोगो को लगता है कि भारत का संविधान डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने लिखा है लेकिन यह सही नही है। भारत का संविधान प्रेम बिहारी रायजादा ने लिखा है। प्रेम बिहारी जी ने यह संविधान टाइपराइटर के बजाय अपने हाथों से लिखा और भारतीय संविधान को पूरे 6 महीने में लिखकर पूरा किया।
प्रेम बिहारी जी ने पूरे संविधान को लिखते समय एक भी गलती नहीं की तथा इसमें एक भी असंगति का निशान नहीं लगाया। प्रेम बिहारी जी ने यह पूरा संविधान इटैलिक शैली में लिखा था जो सुलेख के सर्वोत्तम उदाहरणों में से एक है। इन्होंने यह सुलेख कला अपने दादाजी से सीखी थी।
प्रेम बिहारी जी ने भारत का संविधान लिखने के लिए एक भी पैसा नहीं लिया था। जब जवाहरलाल नेहरु जी ने प्रेम बिहारी जी से पूछा कि आप संविधान लिखने का कितना पैसा लेंगे तो उन्होंने कहा था कि मैं इसके लिए कोई भी पैसा नहीं लूंगा बस सभी संविधान के पन्नों पर मेरा नाम छपा होगा और सबसे आखरी पन्ने पर मेरे दादाजी का नाम छपा होगा।
जवाहरलाल नेहरु जी ने प्रेम बिहारी जी की इस बात को स्वीकार किया और संविधान के सभी पन्नों पर प्रेम बिहारी रायजादा जी का नाम लिखवाया।
भारत का संविधान बनने में कितना समय लगा? (How long did it take to make the constitution of India?)
भारत का संविधान बनने में कुल 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। भारत का संविधान तैयार करने के लिए कुल 166 दिन की बैठक हुई थी।
भारतीय संविधान के निर्माण में कुल 389 सदस्यों ने अपने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 26 जनवरी 1949 को भारतीय संविधान पारित किया। भारतीय संविधान निर्माण कार्य 1 दिसंबर 1947 से प्रारंभ कर दिया गया था।
भारतीय संविधान कितने शब्दों से मिलकर बना है? (The constitution of India is made off of how many words?)
भारत का संविधान अंग्रेजी तथा हिंदी दोनों में ही लिखा गया है इसलिए हिंदी में तथा अंग्रेजी के शब्दों को मिलाया जाए तो दोनों में अंतर मिलेगा। भारतीय संविधान का अंग्रेजी संस्करण 1,46,385 शब्दों से मिलकर बना है अंग्रेजी संस्करण में कुल 25 भाग, 448 अनुच्छेद तथा 12 अनुसूचियां हैं।
1951 से लेकर 2019 तक अंग्रेजी संस्करण में कुल 104 संशोधन भी हो चुके हैं। भारतीय संविधान के हिंदी संस्करण के शब्दों के बारे में जानकारी नहीं दी गई है। भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है यदि हम दूसरे देशों के संविधान के बारे में बात करें तो उनका संविधान काफी कम शब्दों से मिलकर बना है।
इससे मोनाको का संविधान 3,814 शब्दों से मिलकर बना है और अमेरिका का संविधान, जो कि दुनिया का सबसे छोटा लिखित संविधान है, 4,543 शब्दों से मिलकर बना है।
Also read:
- भारत में कुल कितने राज्य हैं, और उनकी राजधानी ,भाषाएं
- भारत का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?
- भारत का सबसे कम जनसंख्या वाला राज्य कौन सा है?
- भारत में कितनी भाषाएं बोली जाती हैं?
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के इस लेख में हमने आपको जानकारी दी कि भारत का संविधान कितने पेज का है? (bhartiya sanvidhan mein kul kitne page hain) साथ ही बताया कि भारतीय संविधान किसने लिखा है? उम्मीद है कि आपको भारतीय संविधान से संबंधित कुछ नई जानकारियां भी मिल पाई होंगी। यदि आपके मन में इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप निसंकोच कमेंट करके पूछ सकते हैं।
FAQ
संविधान को लिखने वाला व्यक्ति कौन था?
संविधान को प्रेम बिहारी नारायण रायजादा (Prem Bihari Narayan Raijada) ने लिखा है।
सबसे पुराना संविधान कौन सा है?
ब्रिटिश संविधान की विशेषताएं ब्रिटिश संविधान को “सभी संविधानों की जननी” कहा जाता है क्योंकि इस सबसे पुराने संविधान ने बाद के सभी संविधानों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य किया।
संविधान सभा की मुहर पर किसका चित्र था?
हाथी को संविधान सभा के प्रतीक (मुहर) के रूप में अपनाया गया था।
भारत का संविधान कितने घंटे में लिखा गया था?
अमेरिकी इतिहासकार ग्रानविले सीवार्ड ऑस्टिन ने अंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान को ‘सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण एक सामाजिक दस्तावेज’ के रूप में वर्णित किया है। भारत का संविधान बनाने में 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा। यह 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हुआ था, लेकिन 26 जनवरी 1950 को भारत गणराज्य का यह संविधान लागू हुआ।
Homepage | Click Hear |
General | Click Hear |
Technology | Click Hear |
Share Market | Click Hear |
Biography | Click Hear |