गुरु के मंत्र क्या है? गुरु के मंत्रों का महत्व क्या है?

नमस्कार दोस्तो, किसी भी व्यक्ति के जीवन में गुरु का एक बहुत बड़ा महत्व होता है, तथा एक व्यक्ति के तौर पर जिंदगी की बहुत सी चीजें हमें पूर्व से सीखने को मिलती है। इसके अलावा गुरु के द्वारा दिए गए मंत्र से हमको बहुत सी चीजें सीखने को मिलती है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि गुरु के मंत्र क्या है। (guru mantra meaning in hindi), यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

हम आपको इस पोस्ट के अंतर्गत हम आपको बताने वाले हैं कि गुरु के मंत्र क्या है,(powerful guru mantra in hindi), इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।

गुरु के मंत्र क्या है? (guru mantra in hindi)

जैसा कि दोस्तों आप सभी लोग जानते हैं, कि गुरु के जीवन से तथा गुरु के दिए गए मंत्रों से हमें अपने जीवन की अनेक चीजों के बारे में जानकारी मिलती है, तो हमें अपने जीवन के अनेक पहलुओं को समझने के अंतर्गत से भी काफी जानकारी मिलती है। गुरु के द्वारा दिए गए अलग-अलग मंत्रों से हमें जीवन के कई रास्तों के बारे में पता चलता है और हमें अलग-अलग प्रकार की शिक्षा मिलती है।

तो यहां पर हमने आपके लिए गुरु के द्वारा लिखे गए कुछ मंत्रों के बारे में जानकारी दी है, जो निम्न प्रकार से हैं:-

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अखण्डमण्डलाकारं व्याप्तं येन चराचरम् ।
तत्पदं दर्शितं येन तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥1

अज्ञानतिमिरान्धस्य ज्ञानाञ्जनशलाकया ।
चक्षुरुन्मीलितं येन तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥2

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः ।
गुरुरेव परम्ब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥3

स्थावरं जङ्गमं व्याप्तं यत्किञ्चित्सचराचरम् ।
तत्पदं दर्शितं येन तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥4

चिन्मयं व्यापियत्सर्वं त्रैलोक्यं सचराचरम् ।
तत्पदं दर्शितं येन तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥5

त्सर्वश्रुतिशिरोरत्नविराजित पदाम्बुजः ।
वेदान्ताम्बुजसूर्योयः तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥6

चैतन्यः शाश्वतःशान्तो व्योमातीतो निरञ्जनः ।
बिन्दुनाद कलातीतः तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥7

ज्ञानशक्तिसमारूढः तत्त्वमालाविभूषितः ।
भुक्तिमुक्तिप्रदाता च तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥8

अनेकजन्मसम्प्राप्त कर्मबन्धविदाहिने ।
आत्मज्ञानप्रदानेन तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥9

शोषणं भवसिन्धोश्च ज्ञापणं सारसम्पदः ।
गुरोः पादोदकं सम्यक् तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥10

न गुरोरधिकं तत्त्वं न गुरोरधिकं तपः ।
तत्त्वज्ञानात्परं नास्ति तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥11

मन्नाथः श्रीजगन्नाथः मद्गुरुः श्रीजगद्गुरुः ।
मदात्मा सर्वभूतात्मा तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥12

गुरुरादिरनादिश्च गुरुः परमदैवतम् ।
गुरोः परतरं नास्ति तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥13

त्वमेव माता च पिता त्वमेव|
त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव ।

त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव
त्वमेव सर्वं मम देव देव ॥14

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गुरु के मंत्रों का महत्व क्या है?

जैसा कि दोस्तों आप सभी लोगों को पता होगा, कि इनको गुरु के मंत्रों का हमारे जीवन के अंतर्गत महत्व बहुत होता है, जो निम्न प्रकार से है :-

  1. गुरु के द्वारा दिए गए मंत्रों से हमें व्यक्तिगत जीवन के अनेक चीजों के बारे में शिक्षा मिलती है, हमें अलग-अलग चीजों के बारे में सीखने को मिलता है, जो हमारे जीवन के लिए काफी उपयोगी होता है।
  2. गुरु के सभी मंत्रों के अंतर्गत शांति का संदेश दिया गया है, जो हर एक व्यक्ति को अपने जीवन के अंतर्गत उतारना चाहिए क्योंकि शांति ही इस दुनिया का सबसे बड़ा सुख माना जाता है।
  3. गुरु के द्वारा दिए गए अलग-अलग मंत्रों से हमें अलग-अलग प्रकार की मुश्किलों से उबरने में काफी आसानी होती है, क्योंकि उनसे जो शिक्षा मिलती है, उनसे हमें मुश्किलों से संभलने का रास्ता मिलता है।
  4. गुरु के द्वारा दिए गए मंत्रों से हमें हर अलग-अलग चीजों के बारे में एक नई सोच देखने को मिलती है, और यदि इस सोच को हम अपने जीवन में उतारते हैं, तो हम अपने जीवन को और अधिक सुंदर तथा और अधिक खुश बना सकते हैं।

दोस्तों इसके अलावा भी तो गुरु के मंत्रों का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व होता है।

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निष्कर्ष

तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया कि गुरु के मंत्र क्या है, (guru mantra in hindi), इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।

FAQ

गुरुवार को कौन से मंत्र बोलना चाहिए?

ॐ बृं बृहस्पतये नम:। ॐ क्लीं बृहस्पतये नम:। ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:। ॐ ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:।

गुरु मंत्र कब लेना चाहिए?

जब व्यक्ति का हृदय ईश्वर में ध्यान लगाने से इस स्थिति में पहुंचता है। तब वास्तविक गुरु आपके अंतर्मन को दिव्य बना देगा। तब वास्तविक गुरु या संत या महापुरुष आपको गुरु मंत्र या दीक्षा देते हैं। अब दीक्षा का समय आ गया है, जब अंतःकरण शुद्ध हो गया है।

गुरु ग्रह का मंत्र क्या है?

ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः!