रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान क्या होते हैं?

नमस्कार दोस्तो, आपने अपने जीवन के अंतर अक्सर रुद्राक्ष के बारे में तो जरूर सुना होगा। दोस्तों क्या आप जानते हैं कि रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान क्या क्या होते हैं। यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान क्या क्या होते हैं (rudraksh pahnane ke fayde aur nuksan), हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए।

रुद्राक्ष क्या है?

‘इलिओकार्पस जेनिट्रस’ नामक वृक्ष से प्राप्त फल के समीप जाने पर जब वह फल नीचे गिर जाता है तो उसके अन्दर का बीज रुद्राक्ष कहलाता है और उस बीज पर एक से 12 धारियाँ पाई जाती हैं।

वह रुद्राक्ष जिस पर एक ही रेखा पाई जाती है। जिसकी आकृति गोलाकार या अर्थ चंद्रमा के समान हो। इसे एक मुखी रुद्राक्ष कहा जाता है। लेकिन एक मुखी रुद्राक्ष की उपलब्धता बहुत ही कम होती है इसलिए यह बाजार में काफी ऊंचे दामों पर बिकता है।

एक मुखी रुद्राक्ष रुद्राक्ष की कुल उपज के 1% से भी कम भाग में पाए जाते हैं। कहा जाता है कि एक मुखी रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है। एक मुखी रुद्राक्ष दो प्रकार के होते हैं, एक काजू की तरह दिखने में लंबा और दूसरा गोल आकार का होता है।

यह रुद्राक्ष हल्के सफेद, काले, लाल या पीले रंग में पाया जाता है। कहा जाता है कि इसके रंगों के अनुसार अलग-अलग जातियों के लोग इसे पहनते हैं। पीला रुद्राक्ष क्षत्रिय, लाल रुद्राक्ष वेश्याएं और काला रुद्राक्ष शूद्र धारण करते हैं। दुनिया का सबसे अच्छा ग्रेड एक मुखी रुद्राक्ष नेपाल में पाया जाता है। इसके अलावा ये भारत, मलेशिया और इंडोनेशिया में भी पाए जाते हैं।

भद्राक्ष क्या होता है?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भद्राक्ष एक प्रकार का मोती है। जो रुद्राक्ष से वजन में हल्का और आकार में थोड़ा अलग होता है। यह रुद्राक्ष के निम्न कोटि का माना जाता है। भद्राक्ष दिखने में अंडाकार होता है। रुद्राक्ष की तरह भद्राक्ष भी भारत में पाया जाता है।

रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान क्या होते हैं?

जैसा कि दोस्तों आप सभी लोगों ने अपने जीवन के रुद्राक्ष के बारे में तो जरूर सुना हुआ होगा। यदि दोस्तों आपको इस विषय के बारे में पता नहीं है कि रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान क्या क्या होते हैं, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि इससे आपको नहीं मनुसान तथा फायदे होते हैं:-

rudraksha dharan karne ke niyam
रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान | rudraksha pehne ke fayde aur nuksan

रुद्राक्ष पहनने के बाद नियम

  • माला उतारकर किसी भी सौ यात्रा, शोक सभा या मृत्यु से जुड़े किसी भी कार्यक्रम में जाएं, वापस आकर स्नान करके पुन: धारण करें।
  • माला को उतार कर किसी भी ऐसे स्थान पर जायें जहां धागा हो, जैसे अस्पताल या घर में बच्चे के जन्म से पहले वहां जाने से पहले उस माला को उतार दें।
  • यदि आपके घर में किसी भी तरह से सूतक हो रहा है, जैसे कि बच्चे का जन्म या किसी की मृत्यु, तो ऐसी घटनाओं में अपनी रुद्राक्ष माला को उस डिब्बी में पैक करें जहां आप उसके घर का सूतक रखते हैं। इसे ऐसे स्थान पर रखें कि गंदी हवा उस माला के बीजों को स्पर्श न करे।
  • जब तक धागा आपके घर से ना निकल जाए तब तक उस माला को उसी डिब्बे में बंद करके रख दें। धागा हटने के बाद आप उस माला को उतार कर गंगाजल से शुद्ध करके धारण कर सकते हैं।
  • शराब या मांस आदि चीजें खाना इस नियम में अपराध माना गया है।
  • महिलाओं को मासिक धर्म के समय रुद्राक्ष की माला नहीं पहननी चाहिए। रुद्राक्ष की माला को 7 दिन तक धारण नहीं करना चाहिए।
  • जातक चाहे विवाहित हो या अविवाहित, किसी भी प्रकार का आधा या पूर्ण शारीरिक संबंध बनाते समय उस माला को उतार दें, उस कार्य के पूर्ण होने के बाद उस माला को स्नान करके पुनः धारण कर लेना चाहिए।
  • दिन में कभी भी या रात को सोने से पहले रुद्राक्ष की माला को उतार दें क्योंकि यदि यह माला नहीं उतारी जाए तो यह माला टूट जाती है।
  • किसी भी गंदे स्थान जैसे नाली, मिट्टी, शौचालय आदि में कमीज, टी-शर्ट, बनियान के अंदर माला डाल दें।

रुद्राक्ष पहनने के फायदे | rudraksh pahnane ke fayde

यदि दोस्तों आप रुद्राक्ष पहनते हैं तो आपको निम्न अलग-अलग फायदे होते हैं:-

  1. इसको पहनने से आपका दिमाग काफी शांत रहता है।
  2. आपको तनाव से दूर ही मिल जाती है, तथा आप तनावपूर्ण जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
  3. इसके अंतर्गत आपकी मानसिक बीमारी काफी हद तक दूर हो सकती है।
  4. इसको पहनने से आपका वैवाहिक जीवन काफी खुशियों भरा हो सकता है।
  5. रुद्राक्ष पहनने से आपके जीवन में प्रेम काफी ज्यादा पड़ने वाला है।
  6. इसके माध्यम से आपको अपने दिमाग को नियंत्रित करने में काफी सहायता मिलने वाली है, तथा आप अपने दिमाग को नियंत्रण में रख सकते हैं।

तो दोस्तों रुद्राक्ष पहनने से यह सभी फायदे होते हैं।

रुद्राक्ष पहनने के नुकसान | rudraksh pahnane ke nuksan

रुद्राक्ष पहनने से निम्न अलग-अलग नुकसान हो सकते हैं:-

rudraksha kaise banta hai
रुद्राक्ष के फायदे इन हिंदी | rudraksh pahnane se kya hota hai
  1. यदि दोस्तों रुद्राक्ष को बिना नियम पूर्वक पहना जाता है तो इस रुद्राक्ष मन की स्थिति को बढ़ा देता है, जो आपके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। तो ऐसे में आपको नियमों को ध्यान में रखकर ही इसे पहनना चाहिए।
  2. रुद्राक्ष पहनने के बाद यदि आप इनकी नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो यह भी आपके लिए भविष्य में सही नहीं होता है, तथा इसका आप पर गलत असर पड़ता है।
  3. यदि आप शराब तथा मांस का सेवन करते हैं, तो इस परिस्थिति में रुद्राक्ष का काफी गलत असर आप पर पड़ सकता है।

तो दोस्तों यदि आप रुद्राक्ष को पहनते हैं तथा आप इसको सही तरीके से नहीं पहनते हैं, तो आपको इन सभी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

कब धारण नहीं करना चाहिए रुद्राक्ष

  • भगवान शिव को जीवन और मृत्यु से परे माना जाता है। इसलिए रुद्राक्ष जिसे उसका अंग माना जाता है, उसे अंतिम संस्कार के जुलूस में या उस कमरे में नहीं पहना जाना चाहिए जहां बच्चे का जन्म हुआ हो। ऐसा करने से उसकी शक्तियां कम हो जाती हैं।
  • रुद्राक्ष को सोने से पहले उतार देना चाहिए। माना जाता है कि सोते समय शरीर अशुद्ध रहता है। हालांकि आप रुद्राक्ष को सोते समय तकिए के नीचे रख सकते हैं। इससे आत्मिक शांति मिलती है। बुरे स्वप्न नहीं आते।
  • तामसिक भोजन अर्थात मांसाहार या शराब का सेवन करने वाले व्यक्ति को रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। इससे नुकसान हो सकता है।

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आज आपने क्या सीखा

तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि रुद्राक्ष को पहनने से नुकसान तथा फायदे क्या क्या होते हैं (rudraksha pahnane ke niyam), हमने आपको इस पोस्ट के अंतर्गत के विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। इसके अलावा हमने आपके साथ इस पोस्ट के अंतर्गत रुद्राक्ष से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां शेयर की है, जैसे कि रुद्राक्ष को पहनने से क्या-क्या फायदे होते हैं, इसके अलावा इसको पहनने से क्या-क्या नुकसान होते हैं, तथा क्या-क्या गलतियां करने पर आपको क्या-क्या नुकसान होगा सामना करना पड़ता है।

आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तथा आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से आगे शेयर जरूर करें, तथा इस विषय के बारे में अपनी राय हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।

FAQ

रुद्राक्ष कितने मुखी अच्छा होता है?

कितने मुखी रुद्राक्ष धारण करना शुभ होता है? बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को सूर्य के तेज और कांति की प्राप्ति होती है। बारह मुखी रुद्राक्ष सूर्य ग्रह के नकारात्मक प्रभावों और कष्टों को शांत करता है। बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले को निडर और शक्तिशाली बनाता है।

गले में कितने रुद्राक्ष पहनना चाहिए?

रुद्राक्ष को कलाई, गले और हृदय में धारण किया जा सकता है। – इसे गले में धारण करना उत्तम रहेगा। वहीं कलाई में 12, गले में 36 और हृदय में 108 मनके धारण करने चाहिए। रुद्राक्ष को लाल धागे में हृदय तक धारण कर सकते हैं।

कैसे पता करें कि रुद्राक्ष असली है?

असली रुद्राक्ष को सरसों के तेल में डालने से उसका रंग नहीं बदलता जबकि नकली रुद्राक्ष का रंग उड़ जाता है। असली रुद्राक्ष पानी में डूब जाता है, जबकि नकली रुद्राक्ष तैरता रहता है। असली रुद्राक्ष की पहचान के लिए अगर किसी नुकीली चीज से खुरचने पर उसमें से धागा निकलता है तो वह असली रुद्राक्ष है।

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