नमस्कार दोस्तो, यदि आप एक भारतीय नागरिक है, तथा अपने भारत के इतिहास को थोड़ा भी पढ़ा है, तो आपने उसके अंतर्गत भगत सिंह के बारे में तो जरूर सुना होगा। भगत सिंह 22 साल की उम्र में ही इस देश के लिए शहीद हो गए थे। और उनकी मृत्यु होने के बाद वहां पर स्मारक बनाया गया था। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि भगत सिंह का स्मारक कहां स्थित है।(bhagat singh ka smarak kahan sthit hai), यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
हम आपको इस पोस्ट के अंतर्गत हम आपको बताने वाले हैं कि भगत सिंह का स्मारक कहां स्थित है, (Where is the memorial of Bhagat Singh located), इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।
भगत सिंह का स्मारक कहां स्थित है?
दोस्तों अक्सर कई कंपटीशन एग्जाम के अंतर्गत यह सवाल पूछा जाता है, कि भगत सिंह का स्मारक कहां स्थित है, तथा बहुत से लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है। यदि आपको भी इस विषय के बारे में जानकारी नहीं है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि भगत सिंह का स्मारक “हुसैनीवाला नामक” गांव के अंतर्गत स्थित है।
भगत सिंह राजगुरु तथा सुखदेव तीनों को अंग्रेजो के द्वारा फांसी पर चढ़ाया गया था, तथा उनके शहीद होने के बाद जहां पर इन तीनों महापुरुषों को फांसी दी गई थी, वहां पर इन तीनों के स्मारक बनाए गए थे। और आज के समय यह तीनों स्मारक हुसैनीवाला गांव में स्थित है।
दोस्तों इस के बारे में एक काफी रोचक तथ्य है, क्योंकि जब भारत देश आजाद हुआ था, तो यह गांव पाकिस्तान के अंतर्गत चला गया था। फिर भारत के प्रधानमंत्री ने इस गांव के बदले पाकिस्तान को 15 गांव दिए थे, जिसमें पाकिस्तान ने बदले में यह हुसैनीवाला गांव दिया था, और फिर भारत सरकार के द्वारा यहां पर भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु की समाधि पर उनके स्मारक बनाए गए थे।
भगत सिंह का असली गांव कौन सा है?
दोस्तो बहुत से लोगों के मन में यह सवाल है, कि भगत सिंह का असली गांव कौन सा है, या फिर भगत सिंह का जन्म किस गांव में हुआ था तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि भगत सिंह का जन्म 27 सितंबर 1960 में लायपुर के बंगा गांव में हुआ था। और आज के समय यह गांव पाकिस्तान के अंतर्गत स्थित है। लेकिन उस समय यह गांव भारत के अंतर्गत ही होता था, क्योंकि उस समय भारत और पाकिस्तान एक ही थे।
Also read:
निष्कर्ष
तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया कि भगत सिंह का स्मारक कहां स्थित है, (bhagat singh ka smarak kahan sthit hai), इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।
FAQ
भगत सिंह का असली गांव कौन सा है?
भगत सिंह का पैतृक गांव पंजाब के नवांशहर के खटकड़ कलां में है। शहीद भगत सिंह का जन्म 27 सितंबर 1907 को पाकिस्तान के लायलपुर के बंगा गांव में हुआ था। आज लायलपुर को फैसलाबाद जिले के नाम से जाना जाता है। उनके पिता का नाम किशन सिंह और माता का नाम विद्यावती था।
भगत सिंह का नारा क्या है?
‘इन्क़लाब ज़िंदाबाद! ‘ भगत सिंह ने अपनी माँ को एक वचन दिया था कि देश के लिए वो फाँसी के तख़्ते से ‘इंक़लाब ज़िंदाबाद’ का नारा लगाएंगे.
भगत सिंह का केस लड़ने वाला कौन था?
जिसकी गवाही से भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फाँसी हुई; उसकी हत्या करने वाला शख्स बिहार हाजीपुर का रहने वाला डॉ. चंद्रभूषण सिंह शशि था।
भगत सिंह ने जेल में क्या लिखा था?
शहीद भगत सिंह ने जेल के दौरान एक डायरी लिखी थी, जिसके पृष्ठ संख्या 43 पर उन्होंने मानव और मानव जाति विषय पर लिखा है। शहीद भगत सिंह के पोते और बाबर सिंह के बेटे यादविंद्र ने अपनी डायरी के कुछ हिस्से को एक किताब के रूप में सहेजा है। जेल डायरी में कई ऐसे अंश हैं, जो पहले कभी सामने नहीं आए।
Homepage | Click Hear |
General | Click Hear |
Technology | Click Hear |
Share Market | Click Hear |
Biography | Click Hear |