Cambodia की राजधानी कहां है? | cambodia ki rajdhani kahan hai

आप सब भारत के 29 राज्यों की राजधानी तो जानते ही होंगे परंतु प्राचीन समय में भारत में एक और कंबोडिया राज भी था परंतु किन्ही कारणों से यह राज्य भारत से अलग हो गया। कई लोग ऐसे हैं जो कंबोडिया राज्य की राजधानी जानना चाहते हैं।

इसलिए आज के इस लेख में हम कंबोडिया की राजधानी के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने वाले हैं यदि आप भी Cambodia ki rajdhani जानना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा अवश्य पढ़ें।

कंबोडिया देश के बारे में कुछ जानकारी (some information about Cambodia Country)

कंबोडिया को कम्पूचिया देश के नाम से भी जाना जाता है। कम्पूचिया कंबोडिया देश का स्थानीय नाम है। यह देश दक्षिण पूर्व एशिया में इंडोचीन प्रायद्वीप के दक्षिणपूर्वी भाग में स्थित है। इस देश की सीमा वियतनाम, लाओस, थाईलैंड और थाईलैंड की खाड़ियों से ढकी हुई है। इसकी पूर्व और दक्षिण में वियतनाम, उत्तर पूर्व में लाओस, पश्चिम में थाईलैंड और उत्तर पश्चिम में थाईलैंड की खाड़ी है।

यह देश 181000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है जिसकी आबादी 14.6 मिलियन है। यहां पर बोली जाने वाली प्रमुख भाषा खमेर है। कंबोडिया शहर के कई लोग वियतनामी भाषा भी बोलते हैं। कंबोडिया शहर पर्यटन, परिधान, निर्माण, रियल स्टेट और कृषि क्षेत्र के लिए अधिक लोकप्रिय हैं।

कंबोडियन शहर की राजधानी कहां है? (Cambodia ki rajdhani)

कंबोडिया की राजधानी नोम पेन्ह है। नोम पेन्ह, कंबोडिया देश के दक्षिण मध्य भाग में मेकांग नदी प्रणालियों के संगम पर स्थित है। नोम पेन्ह की स्थापना 1434 में खमीर राष्ट्र की राजधानी बनाने के लिए की गई थी परंतु सन 18 सो 65 में राजा नोरोडोम द्वारा इसे कंबोडिया राष्ट्र की राजधानी बना दी गई।

नोम पेन्ह का पुराना नाम क्रोंग चक्तोमुक या क्रोंग चक्तोमुक सेरीमोंगकुल था। नोम पेन्ह को कई अन्य नामों, जैसे एशिया का मोती, सुरम्य शहर, द चारमिंग सिटी इत्यादि, से जाना जाता है।

नोम पेन्ह की आबादी कंबोडिया शहर की आबादी का 14% है। यानी कि यहां लगभग 2 मिलीयन से अधिक की आबादी है। नोम पेन्ह कंबोडिया का लोकप्रिय एवं प्रमुख पर्यटन स्थल है।

कंबोडिया की राजधानी कहाँ है | cambodia ki rajdhani kahan hai

नोम पेन्ह का छोटा सा इतिहास (History of Phnom Penh)

नोम पेन्ह में कई राजाओं ने शासन किया और कई राजाओं ने इस पर कई जुल्म भी किए। जब 1975 में खमेर रूज कंबोडिया देश के शासक बने तो इन्होंने नोम पेन्ह को जबरदस्ती पूरी तरह से खाली करवा दिया और यहां के रहने वाले निवासियों को ग्रामीण इलाके में भेज दिया।

बाद में वियतनामी सेना ने कंबोडिया पर आक्रमण किया और सन 1979 को खमेर रूज को शासन से हटा दिया। इसके बाद 9 दिन शहर को फिर से बसाया गया और आज यह कंबोडिया राज्य की राजधानी है साथ ही यह पर्यटन स्थल के लिए भी काफी लोकप्रिय है।

कंबोडिया देश में सबसे बड़ा हिंदू मंदिर स्थित है (Big Hindu temple is in Cambodia country)

ऐसे तो भारत में कई बड़े हिंदू मंदिर हैं परंतु कंबोडिया शहर में सबसे बड़ा हिंदू मंदिर स्थित है जो कि कंबोडिया के अंकोर गांव में है। यहां भगवान विष्णु का मंदिर है। कंबोडिया देश के झंडे में भी हिंदू मंदिर का चिन्ह अंकित है।

कंबोडिया देश के इस मंदिर को दुनिया का सबसे बड़ा स्मारक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि कंबोडिया देश पर प्राचीन समय में जिंदगी राजाओं ने शासन किया उन्होंने यहां पर कई बड़े बड़े भगवान शिव के मंदिर बनाए इसलिए यहां पर हिंदू धर्म को सबसे अधिक माना जाता था।

इसलिए कंबोडिया देश का पुराना नाम भी यशोधपुर था। पहले तो यहां पर हिंदू धर्म का प्रचलन था परंतु अब यहां पर बहुत ही कम हिंदु रह गए हैं। क्योंकि कई लोगों ने अलग-अलग धर्मों को अपना लिया।

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निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस लेख में हमने आपको Cambodia ki rajdhani बताई है। आपको इस लेखक के द्वारा कंबोडिया देश की कई जानकारियां प्राप्त हो पाई होंगी। इस लेख से संबंधित अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप हमसे कॉमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

FAQ

कंबोडिया कहाँ पर स्थित है?

कंबोडिया दक्षिण पूर्व एशिया की मुख्य भूमि में स्थित एक देश है, जिसकी सीमा थाईलैंड, लाओस, वियतनाम और थाईलैंड की खाड़ी से लगती है। जिसका कुल क्षेत्रफल 181,035 किमी2 (69,898 वर्ग मील) है।

कंबोडिया में हिंदुओं की संख्या कितनी है?

इस समय इस देश में कुछ ही हिंदू बचे हैं, लेकिन दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर इसी देश में है। कंबोडिया दक्षिण पूर्व एशिया का एक प्रमुख देश है और इसकी जनसंख्या लगभग 17 मिलियन है।

कंबोडिया में कौन सी झील स्थित है?

जैसा कि मेकांग नदी वर्ष के इस समय के आसपास न्यूनतम शुरू होती है और इसका जल स्तर जलमग्न टोनले सैप झील, टोनले सैप नदी और आसपास के आर्द्रभूमि से गहरा होता है, झील बेसिन का पानी अब टोनल सैप नदी के माध्यम से मेकांग में बहता है।

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