आपने कभी न कभी गुटनिरपेक्ष आंदोलन के बारे में तो जरूर सुना होगा। क्योंकि यह एक ऐसा आंदोलन है, जो इतिहास के पन्नो में हमेशा के लिए लिखा गया है। ऐसे में क्या आप जानते है कि गुटनिरपेक्षता आंदोलन के पीछे मूल विचार क्या था? यदि नहीं तो आपके लिए हमारा यह पोस्ट काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाला है।
क्योंकि आज के लेख में मैं आप सभी को गुटनिरपेक्ष आंदोलन के पीछे के मूल वजह के बारे में जानकारी साझा करने वाला हूं। इसलिए आप सभी को गुटनिरपेक्ष आंदोलन (gutnirpeksh aandolan ki prasangikta ki vivechna kijiye) से जुड़े हर महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने हेतु लेख को अंत तक पढ़ने की आवश्यकता होगी। तो चलिए सबसे पहले जान लेते हैं कि आखिर गुटनिरपेक्ष देश कौन है?
गुटनिरपेक्ष देश कौन है?
क्या आप भी गुटनिरपेक्ष के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं, यदि हां तो उसके लिए आपको सबसे पहले गुटनिरपेक्ष आंदोलन के तीन कर्णधारो के बारे में जान आई जरूरी होगा। पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू दूसरे नसीर और तीसरे टीटो। आंदोलन के पीछे इन तीनों कर्णधारो का मूल विचार क्या था इसके बारे में आपको पता होना जरूरी होता है।
दरअसल, ये तीनों नेताओं ने गुटनिरपेक्ष आंदोलन सही रूप में परिभाषित करने के लिए 5 सिद्धांत दुनिया के सामने पेश किया है। जो कि इस प्रकार है:-
- ऐसा राष्ट्र जो किसी सैनिक गुट का मेंबर न हों।
- वो राष्ट्र जिसकी अपनी आजादी विदेश योजना हो।
- ऐसा राष्ट्र जो किसी महाशक्ति से द्विपक्षीय समझौता किसी भी हाल में न करें।
- वो राष्ट्र जो अपने इलाके में किसी महाशक्ति को सैनिक अड्डा निर्माण की इजाजत प्रदान न करता हो।
- ऐसा राष्ट्र जो उपनिवेशवाद का विरोध करता हो।
गुटनिरपेक्ष आंदोलन की स्थापना कब और किसके द्वारा किया गया था?
क्या आप जानते है कि गुटनिरपेक्ष आंदोलन की स्थापना किनके द्वारा की गई थी, यदि नहीं तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि इसकी स्थापना तीन नेताओं द्वारा किया गया था पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू दूसरे नसीर और तीसरे टीटो। इन तीनों के माध्यम से साल 1961 में अप्रैल महीने में गुटनिरपेक्षता आंदोलन की स्थापना की गई थी।
पहला गुटनिरपेक्ष आंदोलन कब और कहां किया गया था?
यदि हम पहले गुटनिरपेक्ष आंदोलन की बात करें, तो इसका आयोजन साल 1961 के दौरान बेलग्रेड में किया गया था। इस सम्मेलन में विश्व भर के 25 देशों ने हिस्सा लिया था। वही यदि हम आज की बात करें, तो यह विश्व के 120 देश के समूह के सक्रिय मेंबर बन चुके है।
गुटनिरपेक्ष आंदोलन का पहला अध्यक्ष कौन थे?
देखा जाए तो यह सवाल काफी महत्वपूर्ण है कि गुटनिरपेक्ष आंदोलन का पहला अध्यक्ष कौन बने थे। यदि आप भी इस सवाल के जवाब जानना चाहते हैं, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि गुटनिरपेक्ष आंदोलन का पहला अध्यक्ष और कोई नहीं बल्कि युगोस्लाविया के राष्ट्रपति जोसिप बरोज टीटो बने थे।
वर्तमान में गुटनिरपेक्ष आंदोलन में कितने सदस्य हैं?
यदि हम वर्तमान में गुटनिरपेक्ष आंदोलन में कितने सदस्य है, इसकी बात करें तो इस आंदोलन में कुल 120 सदस्य मौजूद है। वही पहले आंदोलन की बात की जाए, तो पहले गुटनिरपेक्ष आंदोलन में कुल 25 देशों ने हिस्सा लिया था।
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निष्कर्ष
आशा है या आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया हुआ इस आर्टिकल में हमने बताया गुटनिरपेक्ष आंदोलन के पीछे मूल विचार क्या था | gutnirpeksh aandolan ki visheshtaen spasht kijiye koi 4 के बारे मे संपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगे तो आप अपने दोस्तों के साथ भी Share कर सकते हैं अगर आपको कोई भी Question हो तो आप हमें Comment कर सकते हैं हम आपका जवाब देने की कोशिश करेंगे।
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