नमस्कार दोस्तो, जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं, कि आज के समय कलयुग का दौर चल रहा है, तथा जैसे ही यह कलयुग खत्म होने वाला होगा, उस समय इस पृथ्वी का विनाश हो जायेगा। दोस्तों क्या आप जानते हैं कि कलयुग कितना बाकी है तथा इसको खत्म होने में अभी कितना समय लगने वाला है। यदि आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस विषय के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि कलयुग कितना बाकी है तथा इसको खत्म होने में कितना समय लगेगा, हम आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी इस पोस्ट के अंतर्गत शेयर करने वाले हैं। तो ऐसे में आज का की यह पोस्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए।
कलयुग कितना बाकी है? | kalyug kitna baki hai
जैसा कि दोस्तों आप सभी लोगों को पता होगा, कि आज के समय कल युग चल रहा है, तथा इस कलयुग के अंतर्गत ही पृथ्वी का विनाश होने वाला है। यदि दोस्तों आपको इसके बारे में पता नहीं है कि कलयुग कितना बाकी है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं, कि कलयुग को शुरू हुए मात्र 5122 वर्षी हुए हैं। जबकि कलयुग के अंतर्गत 4 लाख 32 हजार वर्ष होने वाले हैं। यानी कि कलयुग के अंतर्गत अभी तक 4 लाख 26 हजार 875 साल बचे हुए है।
तो आपको अभी चिंता करने की कोई ज्यादा जरूरत नहीं है, अभी इस कलयुग को खत्म होने में बहुत ज्यादा समय लगने वाला है, अभी तक तो कलयुग का एक अत्यंत छोटा हिस्सा ही बीता है।
अनेक जगह पर यह पढ़ने को मिलता है कि आगे आने वाले समय में तो कलयुग अपने रंग दिखाने वाला है, जिसमें इस पृथ्वी पर विनाश का एक भयंकर मंजर देखने को मिलने वाला है। कई ग्रंथों के अंतर्गत यह कहा गया है कि कलयुग के अंतर्गत एसिड रैन होने वाली है, जिसे हिंदी भाषा के अंतर्गत अमल वर्षा कहा जाता है। इसके फलस्वरूप पृथ्वी पर मौजूद सभी पेड़ पौधे खत्म होने लग जायेंगे, उसके बाद इंसान एक दूसरे को खाना शुरू कर देंगे, तथा इसी के साथ इस इंसान की प्रजाति का विनाश होने वाला है।
क्या होगा कलयुग में? | kya hoga kalyug mai
मारकण्डे पुराण में वर्णन है कि कलियुग के शासक प्रजा पर अपनी इच्छानुसार शासन करेंगे, उनसे जैसा चाहे लगान वसूल करेंगे, शासक अपने राज्य में धर्म के स्थान पर भय और भय का प्रचार करेंगे, संख्या में पलायन शुरू होगा, लोग सस्ती चीजों की तलाश में अपने घर छोड़ने को मजबूर होंगे, धर्म को नजरअंदाज किया जाएगा और लालच सभी के मन पर हावी हो जाएगा, झूठ और छल सबके मन पर हावी हो जाएगा, लोग बिना किसी क्रूरता के हत्यारे बनकर लोगों को मार डालेंगे , संभोग जीवन की सबसे बड़ी आवश्यकता बन जाएगी, लोग बहुत जल्द शपथ लेंगे और इसे तोड़ देंगे, लोग शराब और अन्य नशीले पदार्थों की चपेट में आ जाएंगे, गुरुओं के सम्मान की परंपरा भी समाप्त हो जाएगी, ब्राह्मण नहीं रहेंगे ज्ञानी , शत्रु बच जाएंगे। साहस समाप्त हो जाएगा, और वैश्य अपने व्यवसाय में ईमानदार नहीं होंगे।
कलयुग में भगवान को कैसे प्राप्त करें?
सुनिए केक्कल युग में श्री हरि की महिमा गाकर ही मनुष्य ब्रह्मांड के सागर की थाह ले सकता है। कलियुग में न योग है, न यज्ञ है, न ज्ञान है। श्रीराम जी की स्तुति ही आधार है। अत: जो मनुष्य श्रीरामजी की उपासना करता है और प्रेम से उनका गुणगान करता है, वह सब धर्मों को त्यागकर, ब्रह्मांड के सागर में विसर्जित हो जाता है।
कैसे होगा कलयुग का अंत? | kaise hogya kalyug ka ant
वैसे अगर हम प्राचीन पुराणों पर नजर डालें तो दुनिया के अंत के बारे में बहुत सी बातें बताई गई हैं। गीता में भी भगवान विष्णु ने कलियुग की शुरुआत और इस दुनिया के अंत के बारे में कई बातें बताई हैं, कहा जाता है कि भगवान शिव ने गीता के कुछ विद्रोहियों में खुद विष्णु और भगवान विष्णु को इस दुनिया की जिम्मेदारी सौंपी थी। कलियुग की शुरुआत और अंत के बारे में बताया है, और जिसके अनुसार इस दुनिया के अंत का कारण एक महिला को बताया है, और कलियुग की शुरुआत में कुछ संकेत देने वाले कार्यों का वर्णन किया है, जो आपको संकेत देता है।
कलियुग गीता में वर्णित वर्णन के अनुसार, जब कोई स्त्री श्रृंगार के रूप में अपने बाल काटने लगती है, जिस दिन पुत्र अपने पिता पर हाथ उठाएगा, जब चारों ओर केवल असत्य ही बोला जाएगा और सत्य का कोई महत्व नहीं होगा, जब महिला अपने घर में होती है। आप सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे, लोगों के अंदर से डर खत्म हो जाएगा और वे समय से पहले मरना शुरू कर देंगे, जो बहुत दर्दनाक होगा। गीता के अनुसार भगवान विष्णु ने कहा, तो समझो कि अकाल का युग आपके द्वार पर खड़ा है। आप भी सोच रहे होंगे कि ये सभी संकेत कहीं न कहीं शब्दों के रूप में हमारी वर्तमान स्थिति को बता रहे हैं, तो दोस्तों रुकिए, इसका और भी विकराल रूप आना अभी बाकी है।
कलयुग कितनी बार आ चुका है? | kalyug kitni baar aa chuka hai
इस मान से कलियुग की अवधि 4,36,000 वर्ष तक रहेगी। अभी कलियुग का प्रथम चरण ही चल रहा है। कलियुग की शुरुआत 3102 ईसा पूर्व से हुई, जब पांच ग्रह; मेष राशि में मंगल, बुध, शुक्र, बृहस्पति और शनि 0 डिग्री पर थे। इसका मतलब कलियुग के 3102+2020=5122 साल बीत चुके हैं और अभी 426882 साल बाकी हैं।
कलयुग में भगवान कौन है? | kalyug me bhagwan kaun hai
धर्म ग्रंथों के अनुसार कलयुग में भगवान विष्णु कल्कि के रूप में अवतार लेंगे। कलियुग और सतयुग के संगम पर कल्कि अवतार होगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार कलियुग में पाप की सीमा पार होने पर दुष्टों का संहार करने के लिए कल्कि अवतार संसार में प्रकट होगा।
आज आपने क्या सीखा
तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि कलयुग में कितना समय बाकी है, हमने आपको इस पोस्ट के अंतर्गत के विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। इसके अलावा हमने आपके साथ इस पोस्ट के अंतर्गत कलयुग से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां शेयर की है, जैसे कि अभी तक कलयुग में कितना समय हो गया है, तथा कर अपना समय इसको खत्म होने में बाकी है, और किस तरह से कलयुग के अंतर्गत इंसानी प्रजाति का विनाश होने वाला है।
आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको इस विषय से जुड़ी लगभग हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तथा आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है। इस पोस्ट को सोशल मीडिया के माध्यम से आगे शेयर जरूर करें, तथा इस विषय के बारे में अपनी राय हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।
घोर कलयुग कब से शुरू होगा?
कलियुग को शुरू हुए अभी 5000 साल ही हुए हैं। कलियुग की अवधि 4,32,000 वर्ष मानी जाती है। जब अंधेरा कलियुग आएगा, कल्कि अवतार का जन्म होगा जो पापियों का नाश करेगा और सतयुग की स्थापना की व्यवस्था करेगा।
कलयुग कितने साल बाद खत्म होगा?
ज्योतिष ग्रंथ सूर्य सिद्धांत में बताया गया है कि कलियुग 4,32,000 वर्षों तक चलेगा। कलियुग में 16 साल की उम्र में लोगों के बाल परिपक्व हो जाएंगे और 20 साल की उम्र में ही वे बूढ़े हो जाएंगे। यौवन समाप्त हो जाएगा। यह बात भी सत्य प्रतीत होती है, क्योंकि प्राचीन काल में मनुष्य की औसत आयु लगभग 100 वर्ष थी।
भगवान ने कलयुग को क्यों बनाया?
विष्णु पुराण में वर्णित एक घटना के अनुसार ऋषि-मुनियों से चर्चा करते हुए वेदव्यास जी कहते हैं, हे मुनि, कलियुग सभी युगों में श्रेष्ठ है। क्योंकि दस वर्ष में व्रत और तपस्या करने से सतयुग में पुण्य की प्राप्ति होती है, त्रेतायुग में वही पुण्य एक वर्ष की तपस्या से प्राप्त होता है।
कलयुग में सबसे बड़ा पाप क्या है?
“जीव हत्या” सबसे बड़ा पाप हैं , अनावश्यक हरे पेड़ों को काटना भी पाप हैं।
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