पोषण किसे कहते हैं? परिभाषा, प्रकार, और महत्व

नमस्कार दोस्तों, यदि आप विज्ञान विषय या फिर बायोलॉजी विषय के अंतर्गत रुप से रखते हैं तो आपने अक्सर पोषण के बारे में जरूर पढ़ा होगा जो कि सजीवों के लिए एक काफी महत्वपूर्ण या फिर हम कह सकते हैं कि सबसे महत्वपूर्ण चीज होती है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि पोषण किसे कहते हैं पोषण के प्रकार क्या होते हैं, पोषण की आवश्यकता क्यों होती है।  यदि आपको इस सवाल का जवाब मालूम नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं, कि पोषण किसे कहते हैं, और इस विषय से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी अभी हम आपको इस पोस्ट में देने वाले हैं।

पोषण किसे कहते हैं? (poshan kise kahate hain)

जैसा कि दोस्तों आप सभी लोग जानते हैं, कि हमें इस पृथ्वी पर जीवित रहने के लिए भोजन की आवश्यकता होती है, जंतुओं को इस पृथ्वी पर मौजूद रहने के लिए घास तथा अन्य पदार्थों की आवश्यकता होती है, इसके अलावा सभी अलग-अलग प्रकार के सजीवो को अलग-अलग प्रकार के पदार्थों की जरूरत होती है, जिसके ऊपर ही वह जिंदा रह पाते हैं तो इसी को पोषण कहा जाता है, जिसके माध्यम से हमें ऊर्जा तथा काम करने की शक्ति मिल पाती है।

अगर पोषण के बारे में बात की जाए तो पोषण को अंग्रेजी भाषा के अंतर्गत न्यूट्रिशन कहा जाता है। किसी भी सजीव को जिंदा रहने के लिए पोषण की आवश्यकता होती है, तथा हर एक सजीव को अलग-अलग चीजों से पोषण प्राप्त होता है। किसी भी सजीव के अंतर्गत उसके शरीर के संचालन के लिए तथा उसके अलग-अलग कार्यों के लिए उसे ऊर्जा की आवश्यकता होती है, इसके अलावा भी उसे कई अलग-अलग चीजों की आवश्यकता होती है, तथा यह सारी चीजें उस शरीर को पोषण से ही प्राप्त हो पाती है।

यदि हम यहां पर मनुष्य प्रजाति के बारे में बात की जाए तो हमें अपने शरीर को चलाने के लिए अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्वों की जरूरत होती है जिनके अंतर्गत मुख्य रूप से प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, खनिज, लवण और जल आदि का नाम आता है। यह सभी चीजें हमें पोषण से ही प्राप्त होती है, तथा मनुष्य भोजन से अपना पोषण प्राप्त करता है। इसके अलावा दूसरी प्रजाति अलग-अलग चीजों से अपना पोषण प्राप्त करती है।

पोषण की परिभाषा बताइए (poshan ki paribhasha hindi mein)

poshan se aap kya samajhte hain
पोषण किसे कहते हैं पोषक तत्व के प्रकारों का वर्णन कीजिए | nutrition kise kahate hain in hindi

दोस्तों वैसे तुमने आपको पोषण के बारे में ऊपर समझा दिया है कि पोषण क्या होता है, तथा पोषण का क्या महत्व होता है, लेकिन अगर बात की जाए, कि पोषण की परिभाषा क्या होती है, तो कई अलग-अलग वैज्ञानिकों ने पोषण की अलग-अलग परिभाषा दी है जिनके बारे में नीचे जानकारी दी गई है:-

पोषण के कितने प्रकार होते हैं? (poshan kitne prakar ke hote hain)

दोस्तो पोषण को मुख्य रूप से दो भागों के अंतर्गत विभाजित किया जाता है जिनके बारे में नीचे जानकारी दी गई है:-

1. स्वपोषण (swaposhi poshan kise kahate hain)

वे सभी जीव जो अकार्बनिक योगिक तथा कार्बनिक डाइऑक्साइड पानी और लाइट के जरिए अपना भोजन खुद बनाते हैं उन्हें स्वपोषी या फिर स्वपोषण कहा जाता है।

अगर दोस्तों इस को आसान भाषा के अंतर्गत समझा जाए तो यह सभी जी अपना भोजन खुद ही बनाते हैं, और इसी कारण इनको स्वपोषण भी कहा जाता है।

अगर इसके कुछ उदाहरण की बात की जाए तो, हमारी पृथ्वी पर मौजूद सभी पेड़ पौधों का नाम इसी की सूची के अंतर्गत आता है, यह सभी पेड़ पौधे प्रकाश के द्वारा प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया करते हैं, तथा अपना पोषण खुद बनाते हैं।

2. परपोषी पोषण (parposi poshan kise kahate hain)

दोस्तों इसके अंतर्गत उन सभी जीवो का नाम आता है जो अपना भोजन खुद स्वयं नहीं बनाते हैं, तथा अपने भोजन के लिए दूसरों के ऊपर निर्भर रहते हैं या फिर दूसरों के जीवन के ऊपर निर्भर रहते हैं, परपोषी पोषण कहलाते हैं।

यानी कि हम कह सकते हैं कि यह सभी जी दूसरों के जीवन पर अपने पोषण के लिए निर्भर रहते हैं या फिर इनको अपना भोजन दूसरे जिलों से प्राप्त होता है।

अगर इसके उदाहरण के बारे में बात की जाए, तो हमारे इंसानी प्रजाति का नाम भी इसी के सूची के अंतर्गत आता है। हमें भी पोषण अलग-अलग जीवो से प्राप्त होता है, जिसके अंतर्गत मुख्य रूप से जीव जंतु तथा पौधों का नाम शामिल है।

पोषण का क्या महत्व होता है? (poshan ka matlab kya hota hai)

अगर दोस्तों बात की जाएगी पोषण का क्या महत्व होता है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि पोषण का इस पृथ्वी के ऊपर का भी बड़ा महत्व माना जाता है, क्योंकि इस पृथ्वी पर मौजूद अधिकांश जीव-जंतुओं को जीवित रहने के लिए तथा अपनी दिन चर्या को सही तरीके से चलाने के लिए पोषण की आवश्यकता होती है, तथा वह पोषण के बिना जिंदा नहीं रह सकते हैं। तो ऐसे में हम कह सकते हैं कि पोषण इस पृथ्वी पर मौजूद सबसे प्रमुख चीजों में से एक है, क्योंकि इस के बिना इस पृथ्वी की कल्पना करना भी संभव नहीं हो पाता है, तो ऐसे में आप पोषण के महत्व को समझ सकते हैं।

पोषक तत्व (poshan tatha)

जब हम पोषण प्राप्त करते हैं तो हमारे शरीर को पोषण से ऊर्जा मिलती है, ऊर्जा को पोषक तत्व कहा जाता है। इसके अंतर्गत प्रकार के पोषक तत्व होते हैं, इंसानों की बात करें तो इंसानों को मुख्य रूप से एक संतुलित आहार लेने के लिए कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन खनिज लवण विटामिन आदि पोषक तत्व लेने होता है। जय सभी हमें अलग-अलग प्रकार के भोजन से प्राप्त होते हैं, तथा हर एक भोजन के अंतर्गत उसके कुछ खास पोषक तत्व पाए जाते हैं।

तो इस तरीके से ही हमें फिटनेस कोच या फिर डॉक्टर अलग-अलग पोषक तत्व को ध्यान रखते हुए अलग-अलग प्रकार के भोजन के बारे में सलाह देते हैं, कि आपको यह भोजन खाना चाहिए इस भोजन को आपको कम खाना चाहिए उसके पीछे का प्रमुख कारण यही रहता है, कि आपको तथा आपके शरीर को संतुलित मात्रा में पोषक तत्व मिल पाए।

तो दोस्तों उम्मीद है कि आपको समझ आ गया होगा, कि पोषक तत्व क्या होते हैं, तथा इसका क्या महत्व माना जाता है।

निष्कर्ष

तो दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से आपने जाना कि पोषण किसे कहते हैं (nutrition definition in hindi), पोषण क्या होता है, पोषण के प्रकार कितने होते हैं, पोषण का महत्व क्या होता है, पोषक तत्व किसे कहते हैं, इसके अलावा पोषण से जुड़ी हर एक जानकारी हमने यहां पर आपके साथ शेयर की है।

हमें उम्मीद है कि आपको हमारी द्वारा दी गई यह इंफॉर्मेशन पसंद आई है, तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया सीखने को मिला है।

पोषण का जनक कौन है?

एंटोनी लैवोजियर (1770-1794) को पोषण का जनक माना जाता है।

पोषण के स्रोत क्या है?

कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन, खनिज और पानी कुछ ऐसे पोषक तत्व हैं जिनकी शरीर को सबसे अधिक आवश्यकता होती है।

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