नमस्कार दोस्तो, जिस तरह से एक देश के लिए प्रधानमंत्री तथा एक राज्य के लिए मुख्यमंत्री सबसे प्रमुख होता है उसी प्रकार से एक ग्राम पंचायत के लिए सरपंच सबसे प्रमुख होता है। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि सरपंच के कौन-कौन से कार्य होते हैं (gram panchayat kya karya karti hai koi char karya likho)। यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताने वाले हैं, कि सरपंच की कौन-कौन से कार्य होते हैं, इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।
सरपंच कौन होता है?
सरपंच ग्राम पंचायत का मुखिया होता है। सरपंच ग्राम पंचायत का प्रमुख होता है, जो भारत में स्थानीय स्वशासन के लिए ग्रामीण स्तर पर कानूनी संस्था है। यह प्रशासन प्रणाली पाकिस्तान और बांग्लादेश के गाँवों में भी पाई जाती है। सरपंच निर्वाचित पंचों की सहायता से ग्राम पंचायत के महत्वपूर्ण मामलों पर निर्णय लेता है। सरपंच का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है।
सरपंच के कौन-कौन से कार्य होते हैं?
किसी भी सरपंच के प्रमुख कार्य कौन-कौन से होते हैं, इसकी सूची निम्नलिखित है:-
- किसी भी सरपंच का सबसे पहला तथा सबसे प्रमुख कार्य यह होता है, कि उसकी पंचायत के अंतर्गत जितने भी गांव आते हैं उनकी विकास की जिम्मेदारी सरपंच की होती है, तथा उन में विकास करवाने का कार्य सरपंच का होता है।
- अलग-अलग सरकारों द्वारा चलाई गई अलग-अलग प्रकार की सरकारी योजनाओं का सही तरीके से लाभ पहुंचाना या फिर उनका क्रियान्वयन करना सरपंच का एक प्रमुख कार्य होता है।
- मैं नरेगा जैसी योजनाओं को सुचारू रूप से चलाने का कार्य भी सरपंच का ही होता है।
- प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा देना तथा पंचायत स्तर पर प्राथमिक शिक्षा के लिए अलग-अलग प्रकार के विकास करवाना भी सरपंच का प्रमुख कार्य होता है। जिसमें अच्छे स्कूल, बच्चों के लिए ग्राउंड आदि को शामिल होता है।
- पंचायत के अंतर्गत आने वाली सभी गांव के अंदर स्वच्छता रखना तथा व्यवस्था को बढ़ावा देना भी सरपंच का एक काफी महत्वपूर्ण कार्य होता है। इसके अलावा सरपंच को सभी गांव के अंतर्गत स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने का कार्य भी होता है।
- पंचायत के अंतर्गत सिंचाई के अलग-अलग साधनों की व्यवस्था करना भी सरपंच का एक प्रमुख कार्य होता है।
- जो व्यक्ति काफी गरीब है उनके बच्चों को फ्री में शिक्षा देने का कार्य भी या फिर फ्री में शिक्षा देने की जिम्मेदारी भी सरपंच की ही होती है, तथा सरपंच को ही इसका प्रबंधन करवाना होता है।
- अलग-अलग गांव के अंतर्गत बने हुए आंगनवाड़ी केंद्र को सही तरीके से चलाने का कार्य तथा उसके रखरखाव और मेंटेनेंस का कार्य भी सरपंच का ही होता है।
- गांव के अंतर्गत दाह संस्कार या फिर कब्रिस्तान का रखरखाव करना तथा उनका विकास करना भी सरपंच का ही एक अहम कार्य होता है।
- इसके अलावा कानून के अंतर्गत अक्सर आवारा पशुओं की समस्या काफी देखने को मिलती है, तथा यह आवारा पशु कई बार किसानों की फसलों का नुकसान भी करते हैं, तो इस प्रकार की समस्याओं का समाधान करना भी सरपंच का ही कार्य होता है।
तो दोस्तों प्रमुख रूप से सरपंच के यह कुछ कार्य होते हैं, जिनके बारे में हमने यहां पर आपको विस्तार से जानकारी दी है।
सरपंच का चुनाव कैसे होता है?
पंचायती राज व्यवस्था में प्रत्येक 5 वर्ष बाद सरपंच का चुनाव होता है। चुनाव की जिम्मेदारी राज्य चुनाव आयोग के पास होती है। पंचायत चुनाव का संचालन राज्य निर्वाचन आयोग करता है। सरपंच सीधे ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में शामिल मतदाताओं द्वारा चुने जाते हैं। सबसे अधिक वोट पाने वाले उम्मीदवार को सरपंच चुना जाता है।
सरपंच को सैलरी कितनी मिलती है?
दोस्तो बहुत से ग्राम वासियों के मन में यह सवाल रहता है कि एक सरपंच को आखिर कितनी सैलरी मिलती है, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दू कि भारत के अंदर अलग-अलग राज्यों में सरपंच की सैलरी अलग-अलग होती है। अगर सरपंच की औसत सैलरी की बात की जाए तो भारत के अंतर्गत एक सरपंच को हर महीने ₹3000 से लेकर ₹5000 तक की सैलरी मिलती है।
सरपंच के अधिकार क्या-क्या होते हैं?
अगर बात की जाए कि सरपंच के पास कौन कौन से अधिकार होते हैं, तो इसकी सूची निम्न प्रकार से है :-
- सरपंच के पास सबसे बड़ा अधिकार होता है कि वह ग्राम सभा तथा ग्राम पंचायत की बैठक कभी भी भुला सकता है तथा उसके अंतर्गत किसी भी चीज के ऊपर बहस की जा सकती है।
- ग्राम पंचायत के अंतर्गत जितने भी बैठक होती है, उनका अध्यक्ष सरपंच ही होता है।
- ग्राम पंचायत के अंतर्गत सरपंच को अनेक प्रकार की कार्यकारी और वित्तीय शक्तियां प्राप्त होती है।
- ग्राम पंचायत के अंतर्गत अलग-अलग कार्यरत कर्मचारियों की कार्यों की निगरानी करने का तथा उनकी देखरेख करने का अधिकार सरपंच के पास होता है।
- इसके अलावा अन्य अलग-अलग प्रकार के भागों में भी सरपंच एक गांव या पंचायत का नेतृत्व करता है।
सरपंच बनने के लिए कौन कौन सी योग्यताएं होनी जरूरी है?
यदि कोई भी व्यक्ति सरपंच बनना चाहता है, तो उसके अंतर्गत निम्न अलग-अलग योग्यताएं होनी जरूरी है :-
- यदि कोई भी व्यक्ति सरपंच बनना चाहता है, तो उस उम्मीदवार की कम से कम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए।
- सरपंच बनने वाले व्यक्ति का नाम उस ग्राम पंचायत की मतदाता सूची के अंतर्गत होना जरूरी है, तभी वह सरपंच का चुनाव लड़ सकता है।
- यदि कोई भी व्यक्ति सरपंच का चुनाव लड़ना चाहता है, तो उसके अंतर्गत राज्य विधान मंडल द्वारा बनाए गए कानून के अधीन पंचायत का सदस्य निर्वाचित होने के लिए योग्यता होनी जरूरी है।
- यदि कोई भी व्यक्ति सरपंच का चुनाव लड़ना चाहता है, तो वह किसी भी प्रकार की सरकारी पद पर कार्यरत नहीं होना चाहिए।
- सरपंच बनने के लिए कई राज्यों के अंतर्गत आठवीं पास तथा साक्षर होना जरूरी होता है। हालांकि यह हमें अलग-अलग राज्यों के अंतर्गत अलग-अलग देखने को मिलता है, इसके अलावा यह पाबंदी कुछ राज्यों के अंतर्गत ही हमें देखने को मिलीती है।
सरपंच का चुनाव कैसे होता है?
- सरपंच चुनाव से पहले, चुनाव आयोग अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए गांव जनसंख्या अनुपात और रोस्टर प्रणाली के आधार पर सीटों का आवंटन करता है।
- सरपंच उसी वर्ग का बनाया जा सकता है जिसके लिए सरपंच का पद आरक्षित किया गया हो।
- मसलन, अगर किसी महिला की सीट फिक्स है तो वहां महिला ही सरपंच बन सकती है। इसी प्रकार अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए निर्धारित सीट पर समान श्रेणी का कोई महिला या पुरुष उम्मीदवार हो सकता है।
Also read:
निष्कर्ष
तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको बताया कि सरपंच के कार्य क्या क्या होते हैं, इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।
FAQ
सरपंच के पास कितनी शक्ति होती है?
सरपंच, अन्य निर्वाचित पंचायत सदस्यों के साथ, ग्राम पंचायतों और जिला पंचायतों का गठन करते हैं। सरपंच सरकारी अधिकारियों और ग्राम समुदाय के बीच संपर्क का केंद्र बिंदु है और पांच साल तक सत्ता बरकरार रखता है।
सरपंच की जिम्मेदारियां क्या हैं?
सरपंच और ग्राम पंचायत गांव के समग्र विकास के लिए जिम्मेदार हैं और ग्रामीण लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण बुनियादी सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जैसे कि पेयजल और स्वच्छता।
ग्राम पंचायत में कितने सदस्य होते हैं?
प्रत्येक स्थायी समिति में अध्यक्ष सहित चुनाव द्वारा ग्राम पंचायत के कम से कम तीन और अधिक से अधिक पांच निर्वाचित प्रतिनिधि इसके सदस्य होंगे।
सरपंच को कितना फंड आवंटित किया जाता है?
अधिकारी ने कहा, “सरकार ने पांच साल के चरण के तहत लगभग 1.4 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए।” एसबीएम का दूसरा चरण 2020-2021 से 2024-2025 तक लागू किया जाना निर्धारित है। अधिकारी के मुताबिक सरकार वास्तविक समय के आधार पर ओडीएफ की प्रगति की निगरानी करने की भी योजना बना रही है।
Homepage | Click Hear |
General | Click Hear |
Technology | Click Hear |
Share Market | Click Hear |
Biography | Click Hear |