नरोरा नाभिकीय विद्युत संयंत्र कुछ समय पहले काफी चर्चाओं में रहा था। हालांकि इसके चर्चा में रहने की वजह काफी पुरानी है। लेकिन यह संयंत्र भगत के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण संयंत्र है, क्योंकि इसके द्वारा पैसा की जाने वाली बिजली उत्तर प्रदेश के 28 जिलों को अकेले 20 वर्षों के लिए हर समय 24 घंटे विद्युत प्रदान करने में सक्षम है।
इसलिए यह आवश्यक हो जाता है कि हम भी नरोरा नाभिकीय विद्युत संयत्र के बारे में जानकारी लें। यदि आप भी जानना चाहते हैं कि नरौरा नाभिकीय विद्युत संयंत्र किस राज्य में स्थित है? (narora nabhikiya vidyut sanyantra kis rajya mein sthit hai), तो आज के लिए हम आपको इसके बारे में सारी जानकारी देंगे।
नरोरा नाभिकीय विद्युत संयंत्र क्या है?
नरोरा नाभिकीय विद्युत संयंत्र या नरोरा एटॉमिक पावर स्टेशन उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में स्थित एक ऐसा नाभिकीय विद्युत संयंत्र है जो अपने आप में 440 मेगावाट की अधिकतम विद्युत उत्पादन करता है। यह विद्युत उत्पादन अकेले उत्तर प्रदेश के 28 राज्यों को 6 वर्षों के लिए लगातार 24 घंटे तक विद्युत की सप्लाई देने में सक्षम है। लेकिन इसके द्वारा पूरे उत्तर प्रदेश समेत राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली क्षेत्रों में भी विद्युत की आपूर्ति की जाती है।
नरोरा नाभिकीय विद्युत क्षेत्र के अंतर्गत 2 लीटर लगे हुए हैं, और हर एक NAPS (Narora Atomic Power Station) 220 मेगावाट की अधिकतम ऊर्जा उत्पादन में सक्षम है। इसका पहला पॉवर स्टेशन जिसका नाम NAPS-1 है वह कमर्शियल यूज़ के लिए 1 जनवरी 1993 को शुरू किया गया था। NAPS-2 कमर्शियल यूज़ के लिए 1 जुलाई 1992 को शुरू किया गया था।
भारत के अंतर्गत यह रिएक्टर इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी के सेफगार्ड्स के अंतर्गत काम करते हैं। लेकिन यह मूल रूप से इसकी सभी शर्तों के अधीन काम नहीं करते, लेकिन 2014 से यह रिएक्टर इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी के सेफगार्ड्स के अंतर्गत ही काम करते हैं। NAPS-1 रिएक्टर की कंस्ट्रक्शन 1 दिसंबर 1976 को स्टार्ट की गई थी, और NAPS-2 रिएक्टर की कंस्ट्रक्शन 1 नवंबर 1977 से शुरू की गई थी।
नरोरा नाभिकीय विद्युत संयंत्र किस राज्य में स्थित है? (Narora Nabhikiya Vidyut Sanyantra Kis Rajya Mein Hai?)
वर्तमान समय में नरोरा नाभिकीय विद्युत संयंत्र “उत्तर प्रदेश” के डिबाई तहसील बुलंदशहर जिले के अंदर स्थित है, और यह रिएक्टर NPCIL यानी कि न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के अंतर्गत काम करती है।
इस पावर प्लांट में दो power station एक साथ काम करते हैं और सामान्य तौर पर यह अपनी 80% क्षमता के साथ काम करते हैं, जो कि तकरीबन 335 मेगावाट की विद्युत उत्पादन करते हैं। 1 साल में यह नाभिकीय संयंत्र 3284।81 गीगा वाट की विद्युत उत्पादन करता है।
नरोरा नाभिकीय विद्युत संयंत्र की घटनाएं
नरोरा नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र को लेकर कई बार गड़बड़ी भी देखी गई है। 31 मई 1993 को अपनी स्थापना के 28 महीने बाद ही पहले रिएक्टर के 2 टरबाइन ब्लैड्स ने काम करना बंद कर दिया था जिसके कारण टरबाइन टैबलेट्स में आग लग गई थी, और रिएक्टर न्यूक्लियर मेल्टडाउन की तरफ बढ़ गया था। यदि यह मेल्टडाउन जल्दी ही काबू नहीं किया जाता तो पूरे क्षेत्र में भयंकर नरसंहार देखा जा सकता था।
इसके पश्चात नरोरा परमाणु बिजलीघर में तकरीबन आज से 10 साल पहले जाने की सन 2013 में तकनीकी खराबी आने के कारण विद्युत का उत्पादन ठप हो गया था, और उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों समेत हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, दिल्ली इन सभी राज्यों में बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हो रही थी।
प्लांट के निदेशक आरके शर्मा ने यह बताया था कि 9 जनवरी को प्लांट में प्रथम इकाई के बेयरिंग में आग लगने की वजह से तकरीबन 15 दिनों तक बिजली का उत्पादन ठप रहा था। नरोरा पावर प्लांट पूर्ण रूप से स्वदेशी है और इसमें इंटर्न के प्राकृतिक स्वरूप यानी कि यूरेनियम का इस्तेमाल किया जाता है, और इसमें चालू हालत में भी इंधन भरा जा सकता था।
नरोरा परमाणु बिजली घर में तकनीकी खराबी आ गई थी तब इसे ठीक करने के लिए मुंबई स्थित बाबा एटॉमिक रिसर्च सेंटर से विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई थी।
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निष्कर्ष
आशा है या आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया हुआ इस आर्टिकल में हमने बताया (narora nabhikiya vidyut sayantra kis rajya mein sthit hai) के बारे मे संपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगे तो आप अपने दोस्तों के साथ भी Share कर सकते हैं अगर आपको कोई भी Question हो तो आप हमें Comment कर सकते हैं हम आपका जवाब देने की कोशिश करेंगे।
कौन सा नाभिकीय शक्ति संयंत्र उत्तर प्रदेश में स्थित है?
440 मेगावाट की कुल क्षमता वाले दो पीएचडब्ल्यूआर उत्तरी भारत के उत्तर प्रदेश में नरोरा परमाणु रिएक्टर में स्थित हैं।
भारत का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र कौन सा है?
कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र भारत का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है, जो तिरुनेलवेली जिले के कुडनकुलम में स्थित है।
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