Portfolio Meaning in Hindi – यदि आप शेयर बाजार मे निवेश करते हैं तो इसके लिए एक अच्छा स्टॉक पोर्टफोलियो बनाना बहुत जरूरी होता है। तभी आपको अपनी इन्वेस्टमेंट पर एक अच्छा return मिल पाता है। यदि आपने किसी खराब स्टॉक को अपने portfolio में शामिल कर लिया है तो आपका पूरा निवेश पोर्टफोलियो बर्बाद हो सकता है। इसीलिए यह समझना बहुत जरूरी है कि पोर्टफोलियो क्या है (Portfolio Meaning in Hindi) ताकि एक अच्छा पोर्टफोलियो बनाया जा सके।
दोस्तों, यदि आप भी स्टॉक मार्केट में निवेश कर रहे हैं और जानना चाहते हैं कि पोर्टफोलियो क्या है तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण होने वाला है। Portfolio Meaning in Hindi के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए आप नीचे दिए गए लेख को आखिर तक जरूर पढ़ें। तो चलिए लेख को शुरू करते हैं –
Portfolio meaning in Hindi
Portfolio को हिंदी में निवेश सूची कहते हैं। निवेश सूची का अर्थ होता है आपके द्वारा निवेश किए गए items की list. पोर्टफोलियो आपके द्वारा की गई investment का एक समूह होता है जो बताता है कि आपने किस-किस निवेश विकल्प में पैसा इन्वेस्ट किया हुआ है। यह निवेश म्यूचुअल फंड, bonds, स्टॉक, फ्यूचर्स एंड ऑप्शन, कमोडिटी, कैश इत्यादि में किया जा सकता है।
इसे और सरल भाषा में जानने के लिए उदाहरण के माध्यम से समझे। मान लीजिए आपने 10 कंपनियों के शेयर खरीदे हैं तो वह समूह आपका पोर्टफोलियो कहलाएगा।
- आपके पोर्टफोलियो में म्युचुअल फंड, स्टॉक, bond सभी शामिल हो सकते हैं।
- जैसा मार्केट प्रदर्शन करेगी उसी के अनुसार आपके पोर्टफोलियो की वैल्यू भी बदलती रहती है।
- यदि आपने बढ़िया कंपनियों का पोर्टफोलियो रखा है तो bullish मार्केट में आपके पोर्टफोलियो में अच्छा खासा इजाफा देखने को मिल सकता है।
शेयर बाजार में पोर्टफोलियो क्या है?
शेयर मार्केट में पोर्टफोलियो अलग-अलग stock का मिश्रण होता है। अलग-अलग share से मिलकर शेयर मार्केट पोर्टफोलियो बनता है।
स्टॉक मार्केट में हर निवेशक का पोर्टफोलियो अलग होता है।
आज के समय में पोर्टफोलियो कागजी फॉर्म में नहीं बल्कि डिजिटल फॉर्म में उपलब्ध है।
आइये इसका एक उदाहरण देखें –
स्वास्तिक ने शेयर मार्केट में निवेश किया है और उसका पोर्टफोलियो कुछ इस तरह से है :-
Share | वर्तमान मूल्य |
SBI cards | ₹50,000 |
बजाज finance | ₹1,00,000 |
Titan | ₹30,000 |
HDFC Bank | ₹50,000 |
Balrampur chini | ₹70,000 |
यह स्वास्तिक का पोर्टफोलियो है जिसकी वर्तमान वैल्यू ₹300000 है। यदि वह अपने पोर्टफोलियो में बॉन्ड, म्युचुअल फंड इत्यादि भी जोड़ता, तो उसका पोर्टफोलियो combined portfolio कहलाता।
पोर्टफोलियो के प्रकार
पोर्टफोलियो पांच प्रकार का होता है:-
- Income based portfolio
- Liquid portfolio
- Defensive portfolio
- Aggressive portfolio
- Speculative portfolio
Income based पोर्टफोलियो
इस प्रकार का पोर्टफोलियो इनकम पर आधारित होता है। इनकम पोर्टफोलियो बनाने का उद्देश्य एक रेगुलर इनकम प्राप्त करना होता है। इसके लिए निवेशक डिविडेंड देने वाले share, म्युचुअल फंड, डिविडेंड प्लान और bond इत्यादि में निवेश कर सकता है। इनकम पोर्टफोलियो के लिए safety सबसे जरूरी होती है।
इसमें इनकम प्राप्त करने के साथ-साथ पूंजी की सुरक्षा करने का भी ध्यान रखना रखा जाता है। यदि आप केवल stock में निवेश करना चाहते हैं तो आप डिविडेंड देने वाले share में निवेश करके इनकम पोर्टफोलियो बना सकते हैं।
Liquid portfolio
इस प्रकार का पोर्टफोलियो लिक्विडिटी और high cash flow को ध्यान में रखते हुए बनाया जाता है। इस प्रकार का पोर्टफोलियो short term के हिसाब से बनता है।
लिक्विड पोर्टफोलियो में विभिन्न नकदी आधारित संपत्तियां भी शामिल होती है जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट, लिक्विड फंड्स, मनी मार्केट, निवेश इत्यादि। इस प्रकार की संपत्तियों को आप कभी भी cash में बदल सकते हैं।
Defensive portfolio
Defensive portfolio में वह निवेश शामिल होते हैं जो बाजार के उत्तर-पुथल से बचाते हैं। इसे सुरक्षित portfolio भी कहा जाता है। यह उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प होता है जो कम risk लेना पसंद करते हैं। Defensive portfolio की कुछ विशेषताएं होती है।
इस प्रकार के निवेश में आपका पैसा तेजी से नहीं बढ़ता परंतु सुरक्षित जरूर रहता है। इस प्रकार का पोर्टफोलियो अधिक उम्र वाले और कम रिस्क उठाने वाले निवेशक के लिए सही माना जाता है।
इस में स्थिर आय वाली संपत्ति शामिल होती है जैसे:-
- कम रिस्क वाली कंपनियां
- डिविडेंड स्टॉक
- नकदी आधारित संपत्तियाँ और
- सरकारी बॉन्ड
Defensive portfolio में लिक्विड और नकदी निवेश को महत्व दिया जाता है। इस प्रकार के निवेश को जरूरत पड़ने पर आसानी से निकाला जा सकता है। इसमें कम उथल-पुथल वाले स्टॉक अर्थात कम बीटा वाले stock में invest किया जाता है।
Aggressive portfolio
एग्रेसिव पोर्टफोलियो वह पोर्टफोलियो होते हैं जिसमें अधिक risk उठाकर invest किया जाता है ताकि profit भी अधिक हो सके। ऐसे निवेशक जो high investment करके high return प्राप्त करना चाहते हैं उनके लिए aggressive portfolio बढ़िया विकल्प माना जाता है। यह defensive portfolio के बिल्कुल विपरीत होता है।
Aggressive portfolio की विशेषताएं :-
- इसमें risky कंपनी में कॉरपोरेट बॉन्ड में निवेश किया जाता है।
- इस प्रकार के portfolio में बहुत ही ज्यादा रिस्क होता है।
- Aggressive portfolio में high return देने की क्षमता होती है।
- ऐसे सेक्टर में निवेश किया जाता है जो की आरंभिक stage में है जैसे कि EV सेक्टर इत्यादि।
एग्रेसिव पोर्टफोलियो में निम्न शामिल होते हैं :-
- Penny stock
- Small cap stock
- Corporate bonds
- Mid cap और small cap mutual fund
Speculative portfolio
इस प्रकार के पोर्टफोलियो का निर्माण कम समय में high return प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
इसकी विशेषताएं निम्न है :-
- इसमें शेयर बाजार की उठापटक का फायदा उठाने के लिए high risk ली जाती है।
- इसमें volatility की मात्रा मौजूद रहती है।
- इस प्रकार के portfolio में मार्केट में नए अवसरों की तलाश की जाती है। जहां पर अधिक से अधिक प्रॉफिट कमाया जा सके।
इस प्रकार के पोर्टफोलियो में ट्रेडिंग करना बहुत ही ज्यादा जोखिम भरा होता है। बिना analysis और रिसर्च के आपको स्पेक्युलेटिव ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए।
Hybrid portfolio
हाइब्रिड पोर्टफोलियो अलग-अलग investment के options से बना होता है। इस मे हर तरह की security शामिल हो सकती है। साथ ही यह एक balanced जोखिम को ध्यान में रखकर बनाया गया बनाया जाता है।
Hybrid portfolio में small cap और लार्ज कैप का अच्छा balance होता है। इस प्रकार के पोर्टफोलियो में risk को कम करने का प्रयास किया जाता है। साथ ही इस पोर्टफोलियो को बनाने का मकसद अच्छा रिटर्न प्राप्त करना भी है।
इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो के प्रकार
इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो निम्न प्रकार के होते हैं :-
- स्टॉक पोर्टफोलियो
- म्युचुअल फंड पोर्टफोलियो
- इंटेक्स फंड पोर्टफोलियो
- Debt फंड पोर्टफोलियो
- कमोडिटीज पोर्टफोलियो
- रियल एस्टेट पोर्टफोलियो
पोर्टफोलियो में कौन-कौन से निवेश के विकल्प शामिल होते हैं?
पोर्टफोलियो में बहुत सारे निवेश के विकल्प शामिल होता है, जो निम्न प्रकार से हैं :-
- स्टॉक
- गोल्ड
- म्युचुअल फंड
- फिक्स्ड डिपॉजिट
- बॉन्ड
पोर्टफोलियो बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- पोर्टफोलियो बनाते समय एक निवेशक को अपने लक्ष्य को निर्धारित करना चाहिए और उसी अनुसार पोर्टफोलियो बनाना चाहिए।
- अपने risk लेने की क्षमता को समझे। यदि आप कम risk ले सकते हैं तो high risk की तरफ कभी भी ना बढे।
- कभी भी टिप के आधार पर अपने पोर्टफोलियो का निर्माण न करें बल्कि रिसर्च करके ही अपना पोर्टफोलियो बनाएं।
- अपने पोर्टफोलियो को diversify करने का प्रयास करें।
- यदि आप बढ़िया रिटर्न पाना चाहते हैं तो लॉन्ग टर्म में निवेश करना चुने। लंबे समय में compounding अच्छा काम करती है और साथ ही risk की मात्रा भी कम होती है।
पोर्टफोलियो मैनेजमेंट क्या है? पोर्टफोलियो को कैसे मैनेज करें?
पोर्टफोलियो मैनेजमेंट एक ऐसा process है जिसमें investor के investment को मैनेज किया जाता है अर्थात portfolio review पोर्टफोलियो मैनेजमेंट कहलाता है। इस प्रक्रिया द्वारा आप अपने वित्तीय goals को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं:-
Portfolio management में निम्न बातें शामिल होती है :-
- पोर्टफोलियो मैनेजमेंट से आप एक investment strategy का निर्माण कर सकते हैं।
- आप समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो को rebalance कर सकते हैं।
- समय-समय पर पोर्टफोलियो रिव्यू करने से risk की मात्रा भी बहुत कम हो जाती है।
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FAQ’s
Q. 1 शिक्षा में पोर्टफोलियो का अर्थ क्या है?
Ans. शिक्षा में पोर्टफोलियो एक प्रकार का report card होता है जिसमें छात्र की शैक्षिक और गैर शिक्षक सभी तरह की जानकारी को सूचीबद्ध तरीके से एकत्रित करके रखा जाता है।
Q. 2 शेयर बाजार में पोर्टफोलियो क्या है?
Ans. शेयर बाजार में एक पोर्टफोलियो नकदी, कमोडिटी, bond, stock आदि वित्तीय निवेशकों का एक संग्रह है जिसमें closed end fund और exchange traded fund शामिल है।
Q. 3 पोर्टफोलियो कैसे बना सकते हैं?
Ans. ऊपर के लेख में पोर्टफोलियो बनाते समय ध्यान रखने वाली बातों को पढ़ें।
निष्कर्ष
दोस्तों, आपने इस लेख के माध्यम से Portfolio meaning in Hindi यानी की पोर्टफोलियो क्या है इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त की है। हम उम्मीद करते हैं इस लेख को पढ़ने के बाद आप अपना एक बढ़िया पोर्टफोलियो बनाने में सक्षम हो पाएंगे।
इस लेख को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं ताकि वह भी अपने risk के अनुसार अपना पोर्टफोलियो बनाने में capable हो सके। यदि आपको इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल है या मन में कोई संदेह है, तो हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।
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