भारत का राष्ट्रीय पशु कौन सा है? विशेषता, महत्व, और जुर्माना

दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं कि भारत के राष्ट्रीय पशु का चुनाव काफी मुश्किल से किया गया था। राष्ट्रीय पशु की दौड़ में कई अन्य जीव भी शामिल थे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज के समय bharat ka rashtriya pashu kon sa hai? हालांकि हर जीव की अपनी एक अलग पहचान होती है लेकिन राष्ट्रीय पशु बनने के लिए कौन से मापदंड देखे गए हैं।

किस पशु को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिया गया है इसका जवाब आज हम आपको इस लेख में देंगे। इसके अलावा आज हम आपको बताएंगे कि Bharat ka rashtriya Pashu konsa hai, Bharat ka rashtriya Pashu कब घोषित किया गया, उसकी क्या विशेषता है तो चलिए शुरू करते हैं:-

भारत का राष्ट्रीय पशु कौन सा है? | Bharat ka rashtriya Pashu konsa hai 

मित्रों, बाघ को भारत का राष्ट्र पशु माना जाता है। बाघ एक जंगली जानवर है जो कि आकार में काफी बड़ा होता है। यह मांसाहारी स्तनधारी जीव होता है इसकी शक्ति काफी अधिक होती है। यह दौड़ने में प्रबल होता है।

शरीर पर काली धारियां होती है। यह बिना बालों वाले शेर जैसा दिखता है। बाघ आमतौर पर एशिया के सभी भागों में पाया जाता है, लेकिन अंडमान निकोबार, श्री लंका, तिब्बत इन सभी स्थानों पर यह देखने को नहीं मिलता है।

लेकिन भारत नेपाल, भूटान, कोरिया, इंडोनेशिया, इन सभी स्थानों पर बाघ की काफी अधिक संख्या पाई जाती है। इसके शरीर का रंग कुछ इस प्रकार होता है मानों लाल रंग और पीले रंग को मिलाकर इसे रंगा गया हो।

बाघ आमतौर पर 13 फीट लंबे हो सकते हैं और उनका वजन 300 किलो तक हो सकता है। बाघ का भारतीय संस्कृति में काफी अधिक महत्व है। बाघ का नाम संस्कृत के शब्द व्याघ्र से लिया गया है। यह बाघ के तद्भव रूप में देखा जा सकता है।

बाघ के शिकार पर सजा और जुर्माना

भारत का राष्ट्रीय पशु कौन सा है? | Bharat ka rashtriya Pashu konsa hai 

वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत बाघ का शिकार करना गैरकानूनी है। भारत में आज के समय बाघ ज्यादातर Tiger Reserve में ही पाए जाते हैं, और इसीलिए Tiger Reserve में किसी भी बाघ का शिकार करना पनिशेबल ऑफेंस है। इसमें तकरीबन 7 साल तक की सजा और ₹5 लाख तक का जुर्माना हो सकता है। जुर्माने को बढ़ाकर ₹30 लाख तक किया जा सकता है।

इसके पश्चात यदि कोई व्यक्ति दोबारा यही अपराध करता है तो उसे कम से कम 7 साल की सजा मिलती है, जिसे बढ़ाकर 14 साल तक किया जा सकता है, और कम से कम ₹50 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।

Bharat ka rashtriya Pashu की विशेषता

  1. भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ अत्यंत ही शक्तिशाली तेज और शिकारी स्वभाव का जानवर होता है।
  2. इसे आमतौर पर इसे खुले में नहीं रखा जा सकता है, इसलिए इसके लिए विशेष रूप से Tiger Reserve का निर्माण किया जाता है।
  3. यह सांभर, चीतल, जंगली सूअर, हिरण, घोड़ा मनुष्य, और मनुष्य के पालतू जानवर इन सभी का शिकार कर सकता है।
  4. बाघ अपने बड़े शरीर और धारीदार छापे की वजह से जाने जा सकते हैं।
  5. बाघ आमतौर पर कभी भी सामने से हमला नहीं करता है। यदि आप बाघ के इलाके में है तो यह जाना जा सकता है कि बाघ आप पर हमेशा पीछे से हमला करेगा।
  6. बाघ की एकाग्रता और धीरज गजब का होता है। यह कई घंटे तक एक ही स्थान पर बैठे, बिना हिले-डुले अपने शिकार का इंतजार कर सकता है।
  7. बाघ का वजन काफी अधिक होता है, लेकिन यह फिर भी काफी अधिक तेज गति से दौड़ता है।
  8. बाघ ज्यादा देर तक यह नहीं दौड़ सकता है, और थोड़ी ही दूर दौड़ने के पश्चात थक जाता है।

भारत का राष्ट्रीय पशु कब घोषित किया गया

बाघ को सन 1973 में भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया था।

भारत में नेशनल Tiger Reserve कौनकौन से हैं

आज के समय भारत में तकरीबन 53 Tiger Reserve स्थित है और उन सभी के नाम कुछ इस प्रकार हैं-

  • नागार्जुन सागर श्रीशैलम Tiger Reserve जो कि आंध्र प्रदेश में स्थित है।
  • नमदाफा Tiger Reserve जो कि अरुणाचल प्रदेश में है।
  • कमलंग Tiger Reserve जोकि अरुणाचल प्रदेश में है।
  • पक्के Tiger Reserve जो कि अरुणाचल प्रदेश में है।
  • मानस Tiger Reserve, नामेरी Tiger Reserve, औरंग Tiger Reserve, और काजीरंगा Tiger Reserve असम में है।
  • वाल्मीकि Tiger Reserve बिहार में हैं।
  • उदंती सीता नदी Tiger Reserve, अचानकमार Tiger Reserve, और इंद्रावती Tiger Reserve भी छत्तीसगढ़ में है।
  • पलामू Tiger Reserve झारखंड में है।
  • बांदीपुर Tiger Reserve, भद्रा Tiger Reserve, नागरहोल Tiger Reserve, बिलीगिरी रंगनाथ मंदिर Tiger Reserve, और दांडेली अंशी Tiger Reserve कर्नाटक में है।
  • पेरियार Tiger Reserve तथा परमबीकुलम Tiger Reserve केरल में है।
  • कान्हा Tiger Reserve, पेज Tiger Reserve, बांधवगढ़ Tiger Reserve, पन्ना Tiger Reserve, सतपुड़ा Tiger Reserve, संजय दुबरी Tiger Reserve, यह सभी मध्यप्रदेश में है।
  • मेघनाथ Tiger Reserve, ताडोबा अंधारी Tiger Reserve, पेंच Tiger Reserve, यह सभी महाराष्ट्र में स्थित है।
  • दमपा Tiger Reserve, मिजोरम में स्थित है।
  • सिमलीपाल Tiger Reserve, सत्कोसिया Tiger Reserve, ओडिशा में स्थित है।
  • रणथंबोर Tiger Reserve, सरिस्का Tiger Reserve, मुकुंदरा हिल्स Tiger Reserve, यह सभी राजस्थान में स्थित है।
  • कलाकड़ मुंडनथुराई Tiger Reserve, अन्नामलाई Tiger Reserve, मधु मलाई Tiger Reserve, सत्यमंगलम Tiger Reserve, यह सभी तमिलनाडु में स्थित है।
  • कवल Tiger Reserve, अमराबाद Tiger Reserve, यह दोनों तेलंगाना में स्थित है।
  • दुधवा Tiger Reserve, पीलीभीत Tiger Reserve, अमानगढ़ Tiger Reserve, यह सभी उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है।
  • जिम कॉर्बेट Tiger Reserve, राजाजी Tiger Reserve, यह सभी उत्तराखंड राज्य में स्थित है।
  • सुंदरबन Tiger Reserve, और बक्सा Tiger Reserve, पश्चिम बंगाल में स्थित है।
  • श्रीविलिपुथुर मेगामलाई Tiger Reserve, तमिलनाडु में स्थित है।
  • रामगढ़ विषधारी वन्यजीव अभयारण्य Tiger Reserve, राजस्थान में स्थित है।
  • गुरु घिसादास राष्ट्रीय उद्यान एवं तमोर पिंगला वन्यजीव अभयारण्य छत्तीसगढ़ में स्थित है।

Bharat ka rashtriya Pashu का क्या महत्व है?

बाघ को आमतौर पर जंगल का भगवान कहा जा सकता है। बाघ शक्ति, ताकत, सुंदरता और सफलता का मिश्रण होता है। भारतीय संस्कृति में बाघ हड़प्पा संस्कृति सेभी जुड़े हुए हैं। प्राचीन काल में लोग भाग से सम्मोहित और भयभीत दोनों होते थे साथ ही साथ प्राचीन कहानियों में पुराणों में वेदों में बाद का वर्णन किया गया है। कई देवीय कहानियों में बाघ का वर्णन होता है।

मां दुर्गा के वाहन के तौर पर बब्बर शेर को भी दर्शाया जाता है। मां दुर्गा को एकाग्रता, शक्ति, धैर्य, शीतलता और आदर्श स्त्री के तौर पर देखा जाता है।

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निष्कर्ष

आज के लेख में हमने आपको Bharat ka rashtriya Pashu के बारे में सारी जानकारी दी है। हम आशा करते हैं कि आज का यह लेख पढ़ने के पश्चात आपको भारत के राष्ट्रीय पशु के बारे में जानने के लिए अन्य किसी लेख को पढ़ने की आवश्यकता नहीं होगी। यदि आप कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के पूछ सकते हैं।

FAQ

भारत का राष्ट्रीय पक्षी और पशु कौन सा है?

इसलिए, मोर को भारत के राष्ट्रीय पक्षी के रूप में चुना गया था, जबकि बाघ को भारत के राष्ट्रीय पशु के रूप में चुना गया था। साथ ही, बाघ भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता का प्रतिनिधित्व करता है और इसे भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों में से एक के रूप में भी पहचाना जाता है।

बाघ के बारे में रोचक तथ्य क्या हैं?

बाघ को उसकी चपलता, लालित्य कच्ची शक्ति के आधार पर भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया था और उसे नियंत्रण में भेज दिया गया था, जहाँ सरकार ने बाघों के संरक्षण के लिए 1 अप्रैल 1973 को प्रोजेक्ट टाइगर भी शुरू किया था। यह परियोजना शुरू की गई थी जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क उत्तराखंड में स्थित है।

टाइगर को भारत के राष्ट्रीय पशु के रूप में क्यों नामित किया गया है?

मोर पूरे भारतीय क्षेत्र में पाए जाते हैं। बाघ को भारत के राष्ट्रीय पशु के रूप में चुनने का मुख्य कारण इसकी चपलता, लालित्य, ताकत और कच्ची शक्ति पर आधारित था। उसी नोट पर, भारत सरकार ने बाघों के संरक्षण के प्रयासों को तेज करने के लिए 1 अप्रैल 1973 को ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ शुरू किया। यह परियोजना उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से शुरू की गई थी। किसी देश के प्राकृतिक संसाधनों के पूरे सरगम ​​का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय पशु और राष्ट्र के राष्ट्रीय पक्षी द्वारा किया जाता है। इसलिए, मोर को भारत के राष्ट्रीय पक्षी के रूप में चुना गया था, जबकि बाघ को भारत के राष्ट्रीय पशु के रूप में चुना गया था। साथ ही, बाघ भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता का प्रतिनिधित्व करता है और इसे भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों में से एक के रूप में भी पहचाना जाता है। इसे भारतीय वर्षों की पुस्तक के अध्याय 2 में भी दर्शाया गया है।

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